लखनऊ स्वास्थ्य विभाग ने कसी कमर, अब घर-घर खोजे जाएंगे डेंगू और मलेरिया के मरीज
राजधानी में डेंगू-मलेरिया का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। अब तक लखनऊ में डेंगू के 500 से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं। अस्पतालों के डेंंगू वार्ड मरीजों से फुल हैं। हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। विभाग तक डेंगू के डंक से पस्त नजर आ रहे हैं।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। राजधानी में डेंगू-मलेरिया का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। अब तक लखनऊ में डेंगू के 500 से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं। ज्यादातर अस्पतालों के डेंंगू वार्ड मरीजों से फुल चल रहे हैं। हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। मगर नगर निगम से लेकर मलेरिया विभाग तक डेंगू के डंक से पस्त नजर आ रहे हैं। अब स्वास्थ्य विभाग ने 18 अक्टूबर से पूरे लखनऊ में डेंगू-मलेरिया पर नियंत्रण पाने का विशेष अभियान चलाने जा रहा है। इसके तहत घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम डेंगू-मलेरिया के मरीजों की खोज करेगी और उन्हेंं घर पर या अस्पताल में इलाज मुहैया कराने में भी मदद करेगी।
वेक्टरजनित रोगों के प्रभारी डा. केपी त्रिपाठी ने बताया कि सोमवार से चलने वाले इस अभियान में जिस भी घर में बुखार के मरीज मिलेंगे उनमें डेंगू और मलेरिया की भी जांच कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि 18 अक्टूबर से चलने वाीले इस अभियान में आशाओं व एएनएम की भी मदद ली जाएगी। यह अभियान दो नवंबर तक चलेगा। इस दौरान लखनऊ के तीन से चार लाख घरों तक पहुंचने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। रोजाना 20 से 25 हजार घरों तक टीम पहुंचेगी। सबसे पहले उन इलाकों में टीम भेजी जाएगी, जहां डेंगू और मलेरिया के मरीज ज्यादा मिल रहे हैं। इलाके के सभी बुखार पीड़ितों की डेंगू जांच कराई जाएगी। यदि कोई पॉजिटिव मिलता है तो उसे इलाज भी मुहैया कराया जाएगा।
जरूरत पड़ने पर नजदीकी अस्पताल में भर्ती भी करवाया जाएगा। मरीजों को जांच और इलाज मुफ्त मुहैया कराया जाएगा। अलीगंज, टूडियागंज, फैजुल्लागंज, ऐशबाग, त्रिवेणी नगर, आलमबाग, आलमनगर, इंदिरानगर, चिनह्ट, गोमती नगर, सिल्वर जुबली, न्यू हैदराबाद, पुराना लखनऊ इत्यादि इलाकों में डेंगू के ज्यादा मरीज मिल रहे हैं। अब हालत यह है कि हर तीसरे चौथे घर में कोई न कोई मरीज डेंगू से पीड़ित है। एंटीलार्वा का छिड़काव और फॉगिंग व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है। इसलिए मच्छरों की फौज लगातार बढ़ रही है। बारिश के बाद से डेंगू-मलेरिया के केस दोगुने से ज्यादा हो गए हैं।