Eid al-Adha 2021: लखनऊ में साढ़े चार लाख में बिके दो बकरे, अफ्रीकन नस्ल के बकरे की कुर्बानी की बढ़ी मांग
जानवरों की खरीद-फरोख्त करने वाले इकराम खान ने बताया कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण के कारण बकरा मंडी में न जाने वाले ऑनलाइन भी बकरा खरीद रहे। ग्रुप में जानवरों के बारे में सभी जानकारियां डाली जाती हैं वीडियो कालिंग के जरिए लोगों को बात बताई जाती है।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के चलते इस बार सीमित स्थानों पर बकरा मंडी लगाई गई। बंधे के पास लगी मंडी में नक्खास के नुमान ने साढ़े चार लाख में दो बकरे खरीदे। एक बकरे का वजन 170 किग्रा और दूसरे का वजन 150 किग्रा है। खरीदार ने बताया कि बादाम-पिस्ता के साथ ही दोनों बकरे मौसमी व अनार का जूस पीते हैं। दुबग्गा मंडी के पास अफ्रीकन बोर और कश्मीरी बकरों की बिक्री 70 से 80 हजार रुपये के बीच रही। दो अफ्रीकन बोर के जोड़े को खुर्रमनगर के हसनैन खान ने 1.50 लाख में खरीदा। बकरों के मालिक वसीम ने बताया कि इसका मीट बाजार में पांच हजार रुपये प्रति किलो बिकता है।
बकरा बेचने आए सलमान ने बताया कि तुर्की दुम्बा, सोजत, तोतापरी, बरबरी, जमुनापरी नस्ल के बकरे होते हैं। इस बार संक्रमण के चलते इनकी संख्या कम रही। पक्कापुल के पास लगी बकरा मंडी में 40 हजार का बकरा 28 हजार का बिका। सीतापुर से आए जुबेर ने बताया कि दो दिन के इंतजार के बाद भी इससे अधिक दाम देने वाला कोई नहीं मिला। वहीं, दिनभर रुक-रुककर बारिश होने के बावजूद मंडी में लोग डटे रहे। कैंपवेल रोड, डालीगंज, पक्कापुल, मेहंदी घाट समेत हर ओर बकरे की खरीदारी होती रही। आठ से 15 हजार रुपये तक सामान्य बकरा बिका।
वाट्सएप ग्रुप के जरिए बिके बकरे : कोरोना के कारण आनलाइन बकरे की बिक्री के साथ वाट्सएप ग्रुप बनाकर बकरे बेचे जा रहे हैं। कुछ इलाकों में युवाओं ने अपनी तरफ से वाट्सएप ग्रुप भी बनाए है और ग्रुप में नए-नए नस्ल के जानवरों की तस्वीर डालकर अपना व्यापार कर रहे।
जानवरों की खरीद-फरोख्त करने वाले इकराम खान ने बताया कि वर्तमान में कोरोना के कारण बकरा मंडी में न जाने वाले इस ग्रुप से बकरा खरीद रहे। ग्रुप में जानवरों के बारे में सभी जानकारियां डाली जाती हैं। वीडियो कालिंग के जरिए लोगों को बात बताई जाती है। जो जानवर वे खरीदना चाहते हैं उसको भी दिखा दिया जाता है। पशुडाटकाम, ओएलएक्स समेत अन्य साइट पर बकरों की खरीद-फरोख्त की गई। वेबसाइट पर बकरा मालिक अपना पता भी अपलोड कर रहे हैं ताकि ग्राहक आकर भी बकरा देख सकें। इसके अलावा कई वेबसाइट पर आनलाइन कुर्बानी का हिस्सा भी लिया जा सकता है। हालांकि, कई जगहों पर लोग कुर्बानी कराने की जगह दो से तीन रुपये देकर कुर्बानी में हिस्सा ले लेते हैं। कुर्बानी में हिस्से के लिए कई जगहों पर संस्थाएं अपने कैंप भी लगाती हैं। आनलाइन बकरे की खरीदारी पर बकरे पसंद न आने पर पूरा पैसा वापस करने का भी आफर दिया गया।