Lucknow Development Authority: पचास करोड़ से बनेगी गोमती नगर की सड़कें, एलडीए ने शुरू किया काम

लखनऊ विकास प्राधिकरण अवस्थापन निधि से गोमती नगर में जर्जर हो चुकी सड़कों को बनाने का काम तेज कर दिया है। गोमती नगर विस्तार में दो-दो फिट तक जहां गड्ढे थे उन्हें दुरुस्त करके सड़कें बनाई जा रही हैं। गोमती नगर विस्तार के आवंटियों को राहत मिलेगी।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Thu, 14 Oct 2021 12:00 PM (IST) Updated:Thu, 14 Oct 2021 02:59 PM (IST)
Lucknow Development Authority: पचास करोड़ से बनेगी गोमती नगर की सड़कें, एलडीए ने शुरू किया काम
गोमती नगर विस्तार में लविप्रा ने सड़क बनाने का काम किया शुरू।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विकास प्राधिकरण अवस्थापन निधि से गोमती नगर में जर्जर हो चुकी सड़कों को बनाने का काम तेज कर दिया है। गोमती नगर विस्तार में दो-दो फिट तक जहां गड्ढे थे, उन्हें दुरुस्त करके सड़कें बनाई जा रही हैं। इससे गोमती नगर विस्तार के आवंटियों को राहत मिलेगी। वहीं गोमती नगर विस्तार में ही निजी बिल्डर की आने जाने वाली सड़क भी लविप्रा जल्द बनाएगा। यहां के आवंटियों ने लविप्रा अफसरों से मिलकर अपने भूखंड तक पहुंचने वाली सड़क को लेकर शिकायत की थी। यहां बिल्डर ने अपार्टमेंट निर्माण के दौरान सड़कें खराब कर दी गई। वहीं जनेश्वर मिश्र पार्क के गेट नंबर एक से सुलभ आवास तक जलभराव से मुक्ति दिलाने के लिए नाले का निर्माण करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। यह नाला पचास लाख रुपये की लागत से बनाया जाएगा।

अधिशासी अभियंता अवनींद्र कुमार सिंह ने बताया कि गोमती नगर विस्तार में सड़कों का निर्माण शुरू कर दिया गया है। इसकी नियमित मानीटरिंग हो रही है। साथ ही जो कुछ सड़कों पर गड्ढे हैं, उन्हें भरने के लिए अलग से धनराशि स्वीकृत कराई जा रही है। इससे कोई भी गड्ढा आगामी चंद माह में गोमती नगर विस्तार में नही दिखेगा। उनके मुताबिक गायत्रीपुरम में जलभराव की समस्या सबसे ज्यादा है। सड़क जरूर चौड़ी कम हुई है। पानी की उचित निकासी की व्यवस्था के बाद सड़क भी बनाने के लिए प्रयास किया जाएगा। लविप्रा सचिव पवन कुमार गंगवार ने बताया कि प्रयास पूरा है कि कोई सड़क न छूटे। सड़कों को दुरुस्त करवाया जा रहा है। जहां बनने वाली हैं, वहां नई बनाई जा रही हैं और जहां गड्ढे हैं, उन्हें भरवाया जा रहा है।

रजिस्ट्री में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सारे बाबू बदले: लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) ने भ्रष्टाचार रोकने का प्रयास करते हुए एक कदम बढ़ाते हुए रजिस्ट्री सेल के सभी बाबुओं को हटा दिया है। सिफारिश से आने वाले बाबुओं ने लविप्रा की छवि धूमिल करने का काम किया था। जेल भेजे गए पवन कुमार भी विशेष सचिव की सिफारिश से प्राधिकरण में रजिस्ट्री सेल का काम पाया था। अब पुरानी व्यवस्था करते हुए लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने मंगलवार सुबह ही तीन बाबू बदल दिए।

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