लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर प्लाट घोटाले में 11 भूखंडों का नहीं मिला वारिस, एलडीए ने दर्ज कराया मुकदमा

ट्रांसपोर्ट नगर प्लॉट घोटाले से गायब हुई 79 भूखंडों की फाइलों में अधिकांश की फाइलें तो मिल गईं लेकिन चार फर्जी भूखंडों के बाद सात वाणिज्यक भूखंड और मिले हैं जिनका कोई वारिस सामने नहीं आया। भूखंड दलालों ने लविप्रा के बाबुओं से मिलीभगत करके सरकारी दस्तावेजों में चढ़वा लिए।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 10:21 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 01:53 PM (IST)
लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर प्लाट घोटाले में 11 भूखंडों का नहीं मिला वारिस, एलडीए ने दर्ज कराया मुकदमा
लखनऊ विकास प्राधिकरण के ट्रांसपोर्ट नगर प्लाट घोटाले में मुकदमा दर्ज किया गया।

लखनऊ, (अंशू दीक्षित)। ट्रांसपोर्ट नगर प्लॉट घोटाले से गायब हुई 79 भूखंडों की फाइलों में अधिकांश की फाइलें तो मिल गईं, लेकिन चार फर्जी भूखंडों के बाद सात वाणिज्यक भूखंड और मिले हैं, जिनका कोई वारिस सामने नहीं आया। जांच में पाया गया कि यह भूखंड दलालों ने लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) के बाबुओं से मिलीभगत करके सरकारी दस्तावेजों में चढ़वा लिए, बल्कि लाखों रुपये लविप्रा के खाते में जमा भी करवा दिए।

योजना देख रहे पूर्व अफसर इस घोटाले को उजागर करने में कोई रुचि नहीं ले रहे थे। अब इन सभी 11 भूखंडों को लविप्रा नीलाम करने जा रहा है। वहीं छह भूखंड और मिले हैं जो लविप्रा के हैं, लेकिन लविप्रा इससे अंजान था। इनकी अभी और तहकीकात लविप्रा कर रहा है। एक भूखंड की कीमत करीब नब्बे लाख है। डीएम एवं लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने मामला उजागर होने पर निष्पक्ष जांच के आदेश दिए थे। सचिव लविप्रा पवन कुमार गंगवार ने तत्कालीन संयुक्त सचिव डीएम कटियार को जांच सौंपी थी, लेकिन जांच से पहले ही उनका काम नजूल अधिकारी आनंद कुमार ङ्क्षसह को सौंप दिया गया।

नजूल अधिकारी को जांच में पता चला कि तीन भूखंडों की रजिस्ट्री लविप्रा ने न करके बाहर ही बाहर हो गई। तीनों में मुकदमा दर्ज हुआ। फिर एक भूखंड और गलत पाया गया। इन चारों पर लविप्रा ने कब्जा ले लिया। इसके बाद सात भूखंड और सामने आए, जिनका ब्योरा कंप्यूटर में तो था, लेकिन कोई फाइल नहीं। खास बात है कि अखबारों में विज्ञापन देने के बाद भी सातों का कोई वारिस नहीं आया।

इन भूखंडों पर सालों से था गलत तरीके से कब्जा, कोई वारिस नहीं

भूखंड संख्या दस्तावेजों में चढ़े गलत नाम राशि जी 69 मुकेश कुमार 2,19,830 रुपये जी 18/308 साधना सिटी होम 6,16,673 रुपये एफ 45/308 बाबू सिंह सैनी 5,01,690 रुपये एफ 275 चंद्र शेखर सिंह 22,299 रुपये एफ 344 मन्दीप चौधरी 80,000 रुपये एफ 480 विनोद कुमार 3,67,000 रुपये एफ 481 रवीन्द्र कुमार यादव 56,000 रुपये एफ 92 दिनेश उपलब्ध नहीं एफ 250 एस कुमार उपलब्ध नहीं एफ 340 जी कुमार उपलब्ध नहीं एफ 344 मीता उपलब्ध नहीं 

नोट : इन भूखंडों की जानकारी लविप्रा से मिली है।

यह भूखंड भी खाली, लविप्रा कर रहा जांच

भूखंड संख्या सी 63, ई 301, ई 418 ए, 249, एस 10/105 और एस 10/106 हैं। 

ट्रांसपोर्ट नगर के 11 भूखंडों की नीलामी लविप्रा करेगा। यह भूखंड लविप्रा के हैं। क्योंकि सारी प्रकिया करने के बाद इनकी फाइल नहीं मिली और न ही कोई हक जताने आया। -ज्ञानेंद्र वर्मा, अपर सचिव, लविप्रा

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