लखनऊ के सिविल अस्पताल में अब बढ़ेंगे 300 बेड, मरीजों को मिलेगी न्यूरो और गैस्ट्रो की सुविधा

लखनऊ सूचना विभाग का भवन आधिकारिक तौर पर डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के हवाले। किडनी मरीजों के लिए डायलिसिस का भी विभाग खोलने का प्रस्ताव तैयार। सोमवार से सिविल अस्पताल की बजाए सूचना विभाग में पार्क कराई जाएंगी गाड़ियां।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 01:18 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 12:01 PM (IST)
लखनऊ के सिविल अस्पताल में अब बढ़ेंगे 300 बेड, मरीजों को मिलेगी न्यूरो और गैस्ट्रो की सुविधा
लखनऊ : सूचना विभाग का भवन आधिकारिक तौर पर डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल के हवाले।

लखनऊ, जेएनएन। डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल ने विस्तार की दिशा में अब एक कदम और आगे बढ़ा दिया है। गुरुवार को सूचना विभाग का भवन आधिकारिक तौर पर अस्पताल के हवाले कर दिया गया है। अब इसमें सिविल अस्पताल ने 300 अतिरिक्त बेड बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया है। यहां न्यूरो सर्जरी, यूरो सर्जरी, गैस्ट्रो सर्जरी के साथ ही किडनी मरीजों के लिए हीमोडायलिसिस का विभाग खोलने की योजना भी बनाई गई है। 

सिविल अस्पताल के सीएमएस डा. एसके नंदा ने बताया कि सूचना विभाग का 4,808 वर्ग मीटर परिसर सिविल अस्पताल के सुपुर्द कर दिया गया है। इसमें नया परिसर 3,205 वर्ग मीटर है, जिसमें 1,602 वर्ग मीटर कंस्ट्रक्शन है और जगह खाली है। इसमें 300 बेड बढ़ाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। मौजूदा समय में हमारे पास 400 बेड हैं। विस्तार के बाद कुल बेड की संख्या 700 हो जाएगी। बलरामपुर अस्पताल के बाद यह प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा प्रांतीय चिकित्सा सेवा अस्पताल होगा।  

सोमवार से हटाई जाएगी सिविल अस्पताल की पार्किंग: सूचना विभाग की बिल्डिंग को खाली करवा दिया गया है। सोमवार से इसका इस्तेमाल अस्पताल वाहनों की पार्किंग के लिए तब तक करेगा, जब तक कि कंस्ट्रक्शन का कार्य शुरू नहीं हो जाता। इससे सिविल अस्पताल के अंदर पार्किंग की वजह से मरीजों को होने वाली मुश्किलें भी कम होंगी। अभी सिविल अस्पताल परिसर के अंदर ही स्टाफ और मरीजों तक की गाडिय़ां पार्क होती हैं।

अतिरिक्त विभाग खुलने से मरीजों को सुविधा: सिविल अस्पताल निदेशक डा. सुभाष चंद्र सुंदरियाल कहते हैं कि सूचना विभाग का भवन हमारे सुपुर्द कर दिया गया है। जब तक यहां पर कंस्ट्रक्शन का काम शुरू नहीं होता, तब तक यहां गाडिय़ों की पार्किंग होगी ताकि अस्पताल परिसर के अंदर वाहन हटने से मरीजों को राहत मिले। विस्तार के बाद अस्पताल 700 बेड का हो जाएगा। अतिरिक्त विभाग खुलने से मरीजों को सुविधा होगी।

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