Violence case against CAA in Lucknow: एक और उपद्रवी की संपत्ति जब्त, 16 को होगी नीलामी
सीएए विरोध प्रदर्शनों में संपत्ति नुकसान पहुंंचाने वालों पर प्रशासन का शिकंजा कसा। 57 उपद्रवियों से 1.56 करोड़ वसूली के लिए आरसी जारी। प्रशासन की कार्रवाई से हड़कंप।
लखनऊ, जेएनएन। सीएए के विरोध को लेकर शहर में तोडफ़ोड़ कर सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंंचाने वाले 57 उपद्रवियों पर प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जुर्माना नहीं भरने वाले तीन उपद्रवियों की संपत्तियां सीज कर दी गयीं। दो उपद्रवियों को संपत्तियां मंगलवार को और एक की गुरुवार को कर दी गयी। फिलहाल कार्रवाई केवल सदर तहसील क्षेत्र में की गयी है।
गत 19 दिसंबर को केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन कानून के विरोध को लेकर विभिन्न पार्टियों के समर्थकों ने ङ्क्षहसा की थी जिस पर कैसरबाग, ठाकुरगंज, हजरतगंज और हसनगंज में डेढ़ सौ से अधिक लोगों के खिलाफ मामले दर्ज कर नोटिस जारी की गयी थी। प्रशासन ने पुलिस और दूसरे माध्यमों से उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर दोषी ठहराते हुए वसूली का आदेश जारी किया था।
जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के मुताबिक इस मामले में कुल 56 के खिलाफ आरोप तय करने के बाद वसूली के लिए नोटिस जारी की गयी। मियाद खत्म होने के बाद भी जुर्माना नही जमा करने पर आरसी जारी की गयी। इसकी भी मियाद पूरी हो गयी इसलिए अब कुर्की की कार्रवाई हो रही है। इस मामले में मंगलवार को प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए उपद्रवियों की संपत्तियों को सीज करना शुरू किया था। हसनगंज थाना क्षेत्र के खदरा में उपद्रवी धर्मवीर का कॉम्प्लेक्स सील कर दिया गया। उस पर 21.76 लाख रुपये का जुर्माना है। वहीं इसी इलाके में एक अन्य आरोपी माहेनूर चौधरी की संपति को सीज कर दिया था। गुरुवार को प्रशासन ने खुर्रमनगर में नफीस की दुकान को सीज कर दिया। डीएम के मुताबिक इन सभी की संपत्तियों को नीलाम कर संपत्तियों के नुकसान की भरपाई की जाएगी।
कहां कितने आरोपी