पुलिस अभिरक्षा में प्रेमी युगल की सुसाइड का मामला: पारुल की मां ने 14 अगस्त को दर्ज कराई थी FIR

पुलिस अभिरक्षा में प्रेमी युगल की सुसाइड का मामला 21 नवम्बर 2019 को ससुराल से पारुल को भगा ले गया था विकास। महिला के हैं तीन बच्चे पति आठ साल से जेल में है बंद। पुलिस की मौजूदगी में प्रेमी संग खाया जहर।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Tue, 22 Sep 2020 10:56 AM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 10:56 AM (IST)
पुलिस अभिरक्षा में प्रेमी युगल की सुसाइड का मामला:  पारुल की मां ने 14 अगस्त को दर्ज कराई थी FIR
लखनऊ से भागे शादीशुदा प्रेमी युगल को बरेली से ला रही थी पुल‍िस, रास्‍ते में जहर खाकर दी जान।

लखनऊ, जेएनएन। प्रेमी युगल की मौत के मामले में सामने आया है कि पारुल की मां सुषमा रावत ने 14 अगस्त को विकास सोनी के खिलाफ बेटी को भगा ले जाने की एफआइआर दर्ज कराई थी। सुषमा का आरोप है कि 21 नवंबर 2019 को विकास उनकी बेटी को उसके ससुराल से भगा ले गया था। पारुल के तीन बच्चे हैं। इंस्पेक्टर कृष्णानगर डीके उपाध्याय ने बताया कि सुषमा विकास पर उनकी बेटी की हत्या कर देने की आशंका जता रही थी। न्यायालय के निर्देश पर प्रकरण की विवेचना की जा रही थी। 

विकास पहले सराफा बाजार में काम करता था। पारुल की शादी वीआइपी रोड निवासी रिंकू रावत से हुई थी।रिंकू रावत ऑटो चलाता था। आठ साल पहले एक आपराधिक मामले में पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था, जो अभी जेल में है। पारुल के घर अक्सर आता था विकास पुलिस का कहना है कि सुषमा कृष्णानगर स्थित एक निजी अस्पताल में काम करती हैं। पारुल भी वहां अक्सर उनका हाथ बंटाने जाती थी। इसी दौरान उसकी विकास से मुलाकात हुई थी। इसके बाद वह अक्सर पारुल के घर आने-जाने लगा। विकास की शादी दिसंबर 2018 में हुई थी। 

परिवारजन ने लगाया आरोप है कि पारुल के घरवालों ने पोस्टमार्टम हाउस पर सोमवार को पुलिस और विकास के परिवारजन पर गंभीर आरोप लगाए। पारुल के फुफेरे भाई शुभम ने पूरे मामले की जांच की मांग की है। पुलिस आयुक्त का कहना है कि इस प्रकरण की रिपोर्ट मांगी गई है। किन परिस्थितियों में यह घटना हुई, इसके बारे संबंधित अधिकारी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं। पुलिस ने कहा, नहीं जारी था वारंट डीसीपी सेंट्रल ने बताया कि जिस धारा में विकास पर एफआइआइ दर्ज थी, उसमें गिरफ्तारी नहीं की जा सकती। 

ऐसे मामलों की विवेचना 155(2) के तहत कोर्ट के आदेश के बाद ही पुलिस कर सकती है और बगैर वारंट के गिरफ्तारी नहीं हो सकती है। कोर्ट ने कोई वारंट भी नहीं जारी किया था। पुलिस टीम में एक उपनिरीक्षक और एक आरक्षी था, जिससे यह स्पष्ट है कि पुलिस वहां गिरफ्तारी की मंशा से नहीं गई थी। प्रेमी युगल के रिश्तेदार ने ही दोनों को आने के लिए कहा था। वाहन की समस्या और कोरोना के खतरे को देखते हुए दोनों गाड़ी में बैठ गए थे। गाड़ी में बैठने से पूर्व दोनों ने कीटनाशक खाया था। पुलिस की एक टीम सोमवार को बरेली गई और इनके निवास पर मकान मालिक और अन्य की उपस्थिति में वीडियोग्राफी के दौरान छानबीन की।

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