अयोध्‍या में प्रेमी ने दो दोस्तों के साथ म‍िलकर की थी युवती की हत्‍या, तीनों ग‍िरफ्तार

मामला नगर के मोहल्ला मलिकजादा के मालिक पुरवा का है। 14 नवंबर की देर रात मोहल्ला कायस्थाना में उस समय अफरातफरी मच गई जब एक युवती मरणासन्न अवस्था में मिली। पुलिस ने अपने वाहन से युवती को लेकर जिला अस्पताल पहुंचाया जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 23 Sep 2021 05:57 PM (IST) Updated:Thu, 23 Sep 2021 06:03 PM (IST)
अयोध्‍या में प्रेमी ने दो दोस्तों के साथ म‍िलकर की थी युवती की हत्‍या, तीनों ग‍िरफ्तार
प्रेमी मोहम्मद अनस साथी मोहम्मद हाफिज व कंपाउंडर मुकेश यादव गिरफ्तार।

अयोध्या, संवाद सूत्र। नगर में युवती की हत्या करने वाले बहुत ही शातिर दिमाग निकले। गायत्री को एक निजी चिकित्सक की क्लीनिक पर बुला कर कंपाउंडर की मदद से उसे बेहोशी का इंजेक्शन दिया। अचेत होने के बाद गला दबा कर उसकी हत्या कर दी। शव को चिकित्सक की अनुपस्थिति में क्लीनिक पर ही रखा और शाम ढलने का इंतजार किया। इसके बाद शाम को रोस्टर के हिसाब जब कटौती शुरू हुई तो अंधेरे का फायदा उठा कर शव को बाइक से लेकर मुख्य आरोपी सहित दो लोग कायस्थाना मोहल्ला पहुंचे, जहां सड़क किनारे युवती का शव फेंक कर दोनों युवक चले गए।

गायत्री के परिवार से पूर्व परिचित होने की वजह से वारदात को अंजाम देकर मुख्य आरोपी मृतक के घर पहुंचे और उसके स्वजनों से मुलाकात की, ताकि किसी को उनकी करतूत का पता न चल सके। एसएसपी शैलेश पांडेय ने गुरुवार को वारदात के रहस्य से पर्दा उठाया। उन्होंने बताया कि गायत्री की हत्या का मुख्य आरोपी रुदौली के पूरे मलिक कस्बा निवासी अनस है। वारदात को अंजाम देने में निजी क्लीनिक का कंपाउंडर मीरापुर निवासी मुकेश यादव और उसका साथी हफीज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रौजागांव से मुख्य अभियुक्त सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पूरे मलिक कस्बा निवासी गायत्री का शव गत 14 सितंबर को कायस्थाना मोहल्ले में सड़क किनारे बरामद हुआ था। इसका मुकदमा मृतका के स्वजनों ने रुदौली कोतवाली में दर्ज कराया है। प्रभारी निरीक्षक विनोद बाबू मिश्र की टीम इसकी छानबीन में लगी थी। मृतका के मोबाइल नंबर की पड़ताल के बाद साक्ष्य मिलने पर अनस की गिरफ्तारी की गई, तो राज खुला। एसएसपी ने बताया कि अनस का गायत्री से प्रेम संबंध था। गायत्री की शादी कहीं और तय हो गई थी। यह बात अनस को नागवार लगी। उसने गायत्री की हत्या की साजिश रची। फोन करके उसने गायत्री को निजी क्लीनिक पर बुलाया। क्लीनिक पर चिकित्सक नहीं थे। कंपाउंडर मुकेश यादव और हनीफ की मदद से गायत्री को अचेत करने के बाद उसका गला दबाकर हत्या कर दी और शाम को बिजली जाने के बाद शव को ठिकाने लगा दिया। वारदात का राजफाश करने में एसओजी टीम को भी लगाया गया था। 

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