मौसम में होने लगा बदलाव, अधिक तनाव व अवसाद से हो सकता इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम; इसका रखें ध्‍यान

दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में लोहिया संस्थान के मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅक्टर निखिल गुप्ता ने बताया क‍ि पेट में गड़बड़ी व तनाव आंतों के दुश्मन हैं। इस पर ध्‍यान नहीं द‍िया तो इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम हो सकता है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Thu, 25 Feb 2021 05:38 PM (IST) Updated:Fri, 26 Feb 2021 09:14 AM (IST)
मौसम में होने लगा बदलाव, अधिक तनाव व अवसाद से हो सकता इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम; इसका रखें ध्‍यान
बदलते मौसम में गुनगुना पानी पिएं व भाप लें।

लखनऊ, जेएनएन। मौसम में बदलाव से एलर्र्जी और वायरल समस्याएं हो रही हैं। ऐसे वक्त में लोगों को बेहद सावधान रहना है। अपना खान-पान भी दुरुस्त रखना है। क्योंकि पेट में गड़बड़ी व तनाव आंतों के दुश्मन हैं। ऐसा होने पर पेट में बार-बार दर्द, अपच, कब्ज, दस्त, गैस, मतली, चिंता, भूख न लगना, ज्यादा मात्रा में गैस बनना, नींद का उचट जाना इत्यादि से परेशानी होने लगती है। इससे इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम हो सकता है। गुरुवार को दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में लोहिया संस्थान में मेडिसिन विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डाॅक्टर निखिल गुप्ता ने यह उपरोक्त बातें बताई। कहाकि इस मौसम में गुनगुना पानी पिएं व भाप लें। तनाव अधिक न पालें। कुछ पाठकाें के सवाल और उनके जवाब...

सवाल-मैं 54 साल का हूं। कमजोरी बनी रहती है। नींद व यूरिन कम आती है?-मुन्नालाल जायसवाल, जलालपुर अंबेडकर नगर।

जवाब-इसके लिए आपको अस्पताल में दिखाना पड़ेगा। जांच के बाद असली वजह पता चलेगी। शरीर में खून, मिनरल, विटामिन डी इत्यादि की कमी से ऐसा हो सकता है।

सवाल- सुबह तीन बजे उठने पर मुझे सर्दी लगती है? धर्मराज निषाद, चांदा सुलतानपुर

जवाब-थायराइड में गड़बड़ी व कुछ अन्य वजहें हो सकती हैं। आप किसी फिजीशियन को दिखा लें।

सवाल-मेरा बीपी बढ़ गया था। जब तक दवा खाए ठीक रहा। अब भारीपन व बाएं सीने में दर्द रहता है। वेद प्रकाश मिश्रा, अयोध्या।

जवाब-अगर बीपी की दवा शुरू हुई है तो उसे लगातार खाते रहना होता है। इसे डॉक्टर से परामर्श के बाद ही बंद कर सकते हैं। बाएं सीने में दर्द है तो ईसीजी भी करा लें।

सवाल-मेरे हाथ-पैरों में ऐंठन होने लगती है। कुछ दिनों से झनझनाहट व कंपन्न महसूस करती हूं?-शशि जायसवाल, महानगर, लखनऊ

जवाब-बीपी-सुगर चेक नहीं है तो एक बार करा लें। कई बार कैल्शियम की कमी व थायराइड में गड़बड़ी भी इसकी वजह हो सकती है।

सवाल-मुझे चार-पांच दिन से सर्दी जुकाम है। ठीक नहीं हो रहा?-नेहा खदरा, लखनऊ

जवाब-वायरल संक्रमण लग रहा है। अभी इसके साथ अन्य कोई दिक्कत नहीं है तो दो-तीन दिन का इंतजार करें। पहले भी रहा है तो एलर्जिक राइनाइटिस वजह हो सकती है।

सवाल-मेरे पिताजी की यूरिन से प्रोटीन लीक हो रही है। डाक्टर ने ऑपरेशन को बताया है। वेद प्रकाश, गोंडा।

जवाब-बीपी इत्यादि की बीमारी लंबे समय तक रहने से इसका असर गुर्दे पर होता है। अगर डाक्टर ने ऑपरेशन बताया है तो उसके साथ कुछ और दिक्कत होगी। आप चाहें तो लोहिया में आकर भी दिखा सकते हैं।

सवाल-मुझे सुबह जल्दी-जल्दी पचास बार तक छींक आती है। इस एलर्जी का कोई स्थाई निदान है?-

ललित राजाजीपुरम, लखनऊ

जवाब-एलर्जी के कई टेस्ट होते हैं, उसके बाद इलाज किया जाता है। इसे दवा से रोका जा सकता है, लेकिन पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता।

सवाल-मुझे गर्मी में गाड़ी चलाते समय नाक में हवा बहुत लगती है। इससे छींक आती है?-अनिल सिंह अयोध्या

जवाब-यह एलर्जी की वजह से है। एक बार जिला अस्पताल या लखनऊ में जांच करा लें। आप बाहर जाते समय मुंह में मास्क या कपड़ा लगाए रखें। गुनगुना पानी पिएं।

सवाल- मुझे रात में एक बार नींद आने के बाद खुल जाती है। फिर वह पूरी नहीं होती?-निशा, बाराबंकी।

जवाब-यह एंजायटी की वजह से हो सकती है। अगर आपके पेट में गड़बड़ी रहती है। यानि पेट में बार-बार दर्द, अपच, कब्ज, दस्त, गैस, मतली, चिंता, भूख न लगना, ज्यादा मात्रा में गैस बनना इत्यादि समस्या है तो यह इरिटेबल बॉवेल सिंड्रोम हो सकता। अधिक चिंता, अवसाद वह तनाव से दूर रहें। किसी डॉक्टर को दिखा लें।

सवाल-इस मौसम में मुझे गर्म कपड़े चुभते हैं। शरीर में चुनचुनाहट होती है?-लख्खन लाल, न्यू हैदराबाद, लखनऊ

जवाब- अभी सर्दी जा रही है और गर्मी की दस्तक हो रही है। ऐसे मौसम में एकाएक सर्द कपड़ों को छोड़कर गर्मी वाले कपड़े पहनेंगे या एसी-कूलर का इस्तेमाल करेंगे तो यह समस्या होगी। सर्दी के कपड़े धीरे-धीरे कम करते जाएं।

सवाल-अस्थमा के शुरुआती लक्षण क्या हैं। इससे कैसे बच सकते हैं?-राहुल सैनी, निशातगंज, लखनऊ

जवाब-अस्थमा की शुरुआत आमतौर पर कम उम्र से होती है। इसमें सांस बढ़ती है। जिन्हें पहले से ही हवा, धूल-धुआं से एलर्जी है, उन्हें इससे बचना चाहिए। डॉक्टर ने जिन्हें इन्हेलर दे रखा है उसे तब तक लेते रहें, जबतक कि डाक्टर बंद करने को न कहे।

सवाल-मुझे दो-तीन दिनों से हरारत व जुकाम है?-संजय पांडेय, खदरा, लखनऊ

सवाल-आप दिन में दो-तीन बार भाप लें। गुनगुना पानी पिएं। यह वायरल लग रहा है। तेज बुखार हो तो सिर्फ पैरासिटामॉल लें। एंटीबायोटिक का इस्तेमाल नहीं करें।

सवाल-मुझे खराश थी। दवा लेने तक ठीक रही। अब फिर रहने लगी?-प्रदीप चौरसिया, माठा, अमेठी

जवाब-ये मौसम बदलने और वायरल संक्रमण से हो सकता है। आप भाप लें, गुनगुना पानी पिएं। पांच-छह दिन में आराम नहीं मिले तो डॉक्टर को दिखाएं।

सवाल-मेरी पत्नी की ऊपर चढऩे पर सांस फूलती है?-मोम्मद मुशर्रफ, हरदोई।

जवाब-अगर उन्हें सीढिय़ां चढऩे पर यह समस्या लगातार हो रही है तो उसकी दो वजह हो सकती है-फेफड़े या हृदय में दिक्कत होना। तीसरा खून की कमी से भी हो सकता है। इसलिए पहले किसी फिजीशियन को दिखाकर जांच करा लें। फिर जो दिक्कत होगी, उसके डाक्टर उनका इलाज करेंगे। 

संक्रमण से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान अभी गर्म कपड़ों को पूरी तरह से पहनना बंद न करें बल्कि एक-एक कर उन्हें धीरे-धीरे कम करें खांसी जुकाम जैसी समस्या होने पर सुबह-शाम भाप लें। गुनगुना पानी पीएं। ठंडी वस्तुओं का इस्तेमाल न करें। खाने में हरी सब्जियों, सलाद व मौसमी फलों का सेवन करें। अधिक तनाव न लें। किसी चीज के बारे में ज्यादा न सोचें, क्योंकि यह अवसाद के रूप में बदल सकता है। अगर कोई लक्ष्य हासिल नहीं कर पा रहे हैं तो इसके लिए टाइम टेबल बनाएं ताकि दिए गए काम को समय से पहले पूरा कर पाएं। अधिक तली भुनी खाद्य पदार्थों व मिर्च मसाले का सेवन न करें वायरल फीवर इत्यादि होने पर एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल न करें। डाक्टर के परामर्श के अनुसार ही दवाएं लें।  

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