लखनऊ में लॉकडाउन और कोरोना से घरों में काम करने वाली महिलाओं के सामने आया रोटी का संकट, बिगड़े हालात
कोविड के बढ़ते संक्रमण के कारण घरों से नौकरों को हटा दिया है। इनमें नब्बे फीसद लोगों ने महीने का हिसाब करके छुट्टी कर दी है। इससे सैकड़ों घरों में चूल्हे जलने प्रभावित हो गए हैं। उत्तर प्रदेश पाॅवर आफिसर्स एसोसिएशन इनकी मदद कर रही है।
लखनऊ, जेएनएन। पुराने लखनऊ से उत्तर प्रदेश पाॅवर आफिसर्स एसोसिएशन की हेल्प लाइन 0522 4063265 पर फोन आया कि अंकल हमारे यहां एक वक्त की रोटी का राशन तक नहीं है। मां बीमार हैं उसकी दवाइयों के पैसे नहीं है। पिता का कोविड 19 से निधन हो चुका है। घर का खर्च किराएदारी से चलता था, चौथा माह चल रहा है एक किराएदार नहीं है। बचता का पैसा पिता व मां के इलाज पर खर्च हो चुका है। प्लीज मदद कर दीजिए। एक बच्ची की आवाज सुनकर एसोसिएशन ने राशन पहुंचाया और मां की दवाइयाें की व्यवस्था की।
केस दो- कल्पना गोमती नगर विस्तार स्थित अपार्टमेंट के फ्लैटों में काम करती थी। कोविड के बढ़ते प्रकोप के कारण घरों में बर्तन व साफ सफाई का काम बंद हो गया है। बचे हुए पैसों से डेढ़ माह किसी तरह घर चला, अब तीन दिनों से राशन नहीं है। वहीं जहां काम करते थे कोई एडवांस देने को तैयार नहीं है। बच्चे भूखे हैं। टीम ने पहुंचाकर राशन पहुंचाया।
ऐसे दर्जनों फोन उत्तर प्रदेश पॉवर आफिसर्स एसोसिएशन की हेल्प लाइन नंबर 0522 4063265 पर आ रहे हैं। शहर के कई घरों में काम करने वाले लोग लगे थे। कोविड के बढ़ते संक्रमण के कारण घरों से नौकरों को हटा दिया है। इनमें नब्बे फीसद लोगों ने महीने का हिसाब करके छुट्टी कर दी है। इससे सैकड़ों घरों में चूल्हे जलने प्रभावित हो गए हैं। अब ऐसे लोगों की अपनी क्षमता अनुसार एसोसिएशन मदद कर रहा है। कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश वमाZ, महासचिव आरपी केन व अतिरिक्त महासचिव अजय कुमार के साथ पूरी टीम काम कर रही है। राशन के साथ साथ दवाइयां भी पहुंचाई जा रही हैं।