माह-ए-रमजान में अल्लाह की इबादत, सीमित संख्या में अदा हुई जुमे की नमाज

अल्लाह की रहमत के माह-ए-रमजान में एक ओर जहां घरों में इबादत का दौर जारी है तो दूसरी ओर सभी पर अल्लाह की बरकत बरसे इसकी दुआ भी रोजेदार कर रहे हैं। घरों में लॉकडाउन का एहतराम करने की मोलानाओं की गुजारिश का असर भी इबादत में दिख रहा है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 04:45 PM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 04:45 PM (IST)
माह-ए-रमजान में अल्लाह की इबादत, सीमित संख्या में अदा हुई जुमे की नमाज
लखनऊ में सीमित संख्या में अदा हुई जुमे की नमाज।

लखनऊ, जेएनएन। अल्लाह की रहमत के माह-ए-रमजान में एक ओर जहां घरों में इबादत का दौर जारी है तो दूसरी ओर सभी पर अल्लाह की बरकत बरसे, इसकी दुआ भी रोजेदार कर रहे हैं। घरों में लॉकडाउन का एहतराम करने की मोलानाओं की गुजारिश का असर भी इबादत में दिख रहा है। रमजान-ए-पाक के तीसरे दिन शुक्रवार को जुमे की नमाज के साथ घरों में ही इबादत के साथ रोजेदारों ने परिवार के बीच कुरआन पाक को पढ़ा और यतीमों को इफ्तारी देने का संकल्प दोहराया । रोजेदारों ने सुबह अजान के साथ ही नमाज पढ़ी। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली और मौलाना कल्बे जवाद की ओर से रोजेदारो द्वारा प्रसानिक सहयोग करने की अपील की है।इफ्तारी के बाद फेसबुक पर प्रसारित कुरआन पाक काे रोजेदारों ने परिवार के साथ सुना और यतीमों की मदद की। मौलानाओं ने ईद के पहले गरीबों की मदद करने की गुजारिश भी की है।

ईद पर घरों में ही इबादत की अपील

शिया और सुन्नी दोनों मौलानाओं ने ही घरों में ही रहकर ईद मनाने की अपील कर प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की गुजारिश की है। मौलाना कल्बे जवाद का कहना है कोई भी मस्जिद में न जाए और घरों में ही इबादत करें। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने भी सभी को नमाज घरों में अदा करने और कोरोना काल के नियमों का पालन करने की अपील की है। उन्होंने कहाकि समय की यही मांग है कि हम सब मिलकर प्रशासन का सहयोग करें।

मौसम गर्म, बाजार ठंडा

संक्रमण की वजह से रमजान का बाजार जहां ठंडा है वहीं मौसम में बढ़ी गर्मी ने रोजेदारों की परेशानी बढ़ा दी है। धूप की वजह से रोजदार बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। शाम को दुकानें बंद हो जाती हैं। खजूर से रोजा खोलने और सेवई का सेवन करने के इस महीने में दोनों के लिए ही रोजेदारों को परेशानी उठानी पड़ी रही है। लच्छे वाली सेवई मिल नहीं पाती है तो पैकेट की सेवई महंगी होने से आम रोजेदारों की पहुंच मेें नहीं है। तेज धूप की वजह से ईद की खरीदारी भी नहीं हो पा रही है।

इफ्तारी-शनिवार की शाम

सुन्नी-6:34 बजे

शिया-6:43

सहरी रविवार की सुबह

सुन्नी-4:12 बजे

शिया-4:05 बजे

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