Dudhwa Tiger Reserve: उत्तराखंड व मध्यप्रदेश की तर्ज पर दुधवा में भी साल भर सैलानियों का होगा भ्रमण, शासन को भेजा गया प्रस्ताव
उत्तराखंड सरकार ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश के टाइगर रिजर्व व नेशनल पार्कों को पूरे साल खोलने व सैलानियों को घुमाने की अनुमति दे दी है। इसी आधार पर मध्यप्रदेश सरकार भी अपने टाइगर रिजर्व और पार्कों को सैलानियों के लिए खोलने की तैयारी में है।
लखीमपुर, [हरीश श्रीवास्तव]। उत्तराखंड व मध्यप्रदेश की तर्ज पर दुधवा टाइगर रिजर्व में भी पूरे साल पर्यटकों को घुमाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। कार्य योजना बनने व क्षेत्र का निर्धारण होने के बाद उसे शासन को अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा। वहां से अनुमति मिलने के बाद ही सैलानियों को जंगल सफारी कराई जाएगी।
उत्तराखंड सरकार ने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रदेश के टाइगर रिजर्व व नेशनल पार्कों को पूरे साल खोलने व सैलानियों को घुमाने की अनुमति दे दी है। इसी आधार पर मध्यप्रदेश सरकार भी अपने टाइगर रिजर्व और पार्कों को सैलानियों के लिए खोलने की तैयारी में है। इसके लिए वह बफर में सफर योजना शुरु कर रही है। मध्य प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड सरकार के निर्णय की जानकारी भी मांगी है ताकि उसका अध्ययन करके अगर कुछ जरूरी औपचारिकताएं हो तो उसको पूरा कर लिया जाए लेकिन, इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार फिसड्डी साबित हो रही है। सरकार के स्तर पर अभी तक इस मामले का संज्ञान नहीं लिया गया है जबकि प्रदेश में भी तीन टाइगर रिजर्व समेत दुधवा नेशनल पार्क व कई संरक्षित वन क्षेत्र है जहां पर पर्यटकों को साल भर घुमाया जा सकता है हालांकि इस मामले में पहल करते हुए मुख्य वन संरक्षक व दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने दुधवा के बफर जोन में साल भर पर्यटन गतिविधियों के संचालन की संभावना तलाशने व उसकी कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए हैं। इस योजना पर काम चल भी रहा है। टाइगर रिजर्व व बफर जोन के उपनिदेशकों द्वारा कार्ययोजना बनाई जा रही है और वर्षाकाल में पर्यटन लायक क्षेत्रों का निर्धारण भी किया जा रहा है। कार्ययोजना तैयार होने के बाद उसे अनुमोदन के लिए शासन को भेजा जाएगा और अनुमति मिलने के बाद सैलानियों को पूरे साल जंगल में भ्रमण कराया जाएगा।
क्या कहते हैं जिम्मेदार: मुख्य वन संरक्षक व दुधवा टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर संजय पाठक ने बताया कि कोर जोन में पूरे साल सैलानियों को भ्रमण नहीं कराया जा सकता है। यह राष्ट्रीय बाघ प्राधिकरण के निर्देशों के खिलाफ है। बफरजोन में भ्रमण कराया जा सकता है। इसके लिए दुधवा टाइगर रिजर्व के बफर जोन में भी संभावना तलाश की जा रही है और उसकी कार्ययोजना बनाने पर काम चल रहा है। जल्द ही उसे तैयार कर शासन को अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा।