बहराइच में घर में घुसे तेंदुए ने बालिका पर किया हमला, पीड़िता को अस्पताल ले जाते समय एंबुलेंस खराब
जंगल से निकालकर आए तेंदुए ने टटिया फाड़कर उस पर हमला बोल दिया। बगल में बैठे परिवारजनों ने शोर मचाया और काफी मशक्कत के बाद बालिका को तेंदुए के चंगुल से छुड़ाया। तब तक तेंदुआ उसे गंभीर रूप से घायल कर चुका था।
बहराइच, जेएनएन। कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के सुजौली रेंज में अनुसूचित जनजाति बाहुल्य गांव भैंसाही में बीती रात बृजमोहन की छह वर्षीय भनवी फूस के घर में बैठी थी। तभी जंगल से निकालकर आए तेंदुए ने टटिया फाड़कर उस पर हमला बोल दिया। बगल में बैठे परिवारजनों ने शोर मचाया और काफी मशक्कत के बाद बालिका को तेंदुए के चंगुल से छुड़ाया। तब तक तेंदुआ उसे गंभीर रूप से घायल कर चुका था। परिवारजन आनन-फानन ग्रामीणों की मदद से उसे नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद सुजौली ले गए, जहां चिकित्सकों ने हालत गंभीर होने पर उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोतीपुर रेफर कर दिया। सीएचसी मोतीपुर में उसका इलाज चल रहा है और वह खतरे से बाहर है।
घटना की सूचना पर पहुंचे सुजौली रेंज के वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार श्रीवास्तव ने परिवारजनों से मिलकर इलाज के लिए तत्काल दो हजार रुपये दिए और हर संभव मदद का भरोसा दिया। उनके साथ वन रक्षक अंगद भी थे।
घायल को सीएचसी ले जाते समय खराब हुई एंबुलेंस : सुजौली प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से चिकित्सक के रेफर करने के बाद बालिका को मोतीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाते समय कारीकोट में अचानक जर्जर एम्बुलेंस खराब हो गई। चालक ने कड़ी मसक्कत से लगभग एक घंटे बाद उसे ठीक किया। इसके बाद उसे मोतीपुर सीएचसी पहुंचाया।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद सुजौली सिर्फ एक जर्जर एंबुलेंस के सहारे मरीजों को सेवा दे रहा है, जिससे दुर्घटना के दौरान खराब होने की आशंका सदैव बनी रहती है। इससे मरीजों की जान का खतरा सदैव मंडराता रहता है। कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया, लेकिन स्थित जस की तस बनी हुई है।