रायबरेली में लेखपाल और वकील में मारपीट के बाद हंगामा, आक्रोशित अधिवक्ताओं ने की नारेबाजी
सदर तहसील के बरदर गांव के लेखपाल कमल ने बताया कि मंगलवार की अधिवक्ता रमेश कुमार यादव उनके पास पहुंचे और धान की बिक्री के सत्यापन करने को कहा। किसी बात को लेकर वकील की कमल और कल्यानपुर बैंती गांव के लेखपाल राजकुमार से बहस होने लगी।
रायबरेली, संवादसूत्र। पुरानी तहसील में धान बिक्री के लिए सत्यापन कराने आए वकील की क्षेत्रीय लेखपाल से झड़प हो गई। कुछ ही देर में मामले ने तूल पकड़ लिया। बड़ी संख्या में अधिवक्ता तहसील पहुंच गए और पुलिस-्प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। करीब तीन घंटे तक गहमागहमी का माहौल रहा। शाम को डीएम ने दोनों पक्षों को आवास पर बुलाया, जहां वार्ता करके प्रकरण का निस्तारण कराने का प्रयास किया जा रहा है।
सदर तहसील के बरदर गांव के लेखपाल कमल सिंह हैं। वह मंगलवार की दोपहर पुरानी तहसील में बैठे थे, तभी अधिवक्ता रमेश कुमार यादव उनके पास पहुंचे और धान की बिक्री के सत्यापन करने को कहा। किसी बात को लेकर वकील की कमल और कल्यानपुर बैंती गांव के लेखपाल राजकुमार से बहस होने लगी। लेखपालों का आरोप है कि वकील ने बाहर 10-12 गुंडों को बुला लिया था, जिन्होंने उनके साथ मारपीट की। वकील का आरोप है कि लेखपाल कमल सिंह ने पांच सौ रुपये घूस न देने पर उनके सिर पर हेलमेट मार दिया।
मामला की सूचना कुछ ही देर में इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई। पुरानी तहसील में लेखपाल और अधिवक्ताओं का जमावड़ा लग गया। नायब तहसीलदार के बात करने का अंदाज वकीलों को रास न आया और उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। तहसील की नई बिल्डिंग में भी जमकर हंगामा हुआ। अधिवक्ताओं ने एसडीएम के खिलाफ हल्ला बोल दिया। बवाल बढ़ता देख मौके पर एएसपी विश्वजीत श्रीवास्तव पहुंचे और वकीलों से वार्ता करके उन्हें शांत कराने का प्रयास किया। बाद में दोनों पक्ष के लोगों को जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव ने अपने आवास पर बुला लिया। खबर लिखे जाने तक वार्ता चल रही थी।
'वकील और लेखपाल के बीच झगड़े के बाद मामले ने तूल पकड़ा। दोनों पक्षों की आपस में वार्ता कराई जा रही है, ताकि इसका निराकरण कराया जा सके। किसी भी पक्ष की ओर से तहरीर नहीं आई है।' विश्वजीत श्रीवास्तव, अपर पुलिस अधीक्षक