UP में भारी बारिश के चलते नगरीय निकायों, जल संस्थान और जल निगम कर्मियों के अवकाश निरस्त

उत्तर प्रदेश में मौसम विभाग के अत्यधिक बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए इससे निपटने व नगरीय क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल साफ-सफाई एवं जल निकासी की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। नगरीय निकायों जल संस्थान एवं जल निगम कर्मचारियों के अवकाश निरस्त हो गए हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 16 Sep 2021 11:00 PM (IST) Updated:Thu, 16 Sep 2021 11:03 PM (IST)
UP में भारी बारिश के चलते नगरीय निकायों, जल संस्थान और जल निगम कर्मियों के अवकाश निरस्त
यूपी में तीन दिनों तक नगरीय निकायों, जल संस्थान एवं जल निगम कर्मचारियों के अवकाश निरस्त हो गए हैं।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश के ज्यादातर जिलों में बुधवार रात से लगातार हो रही बारिश के मद्देनजर नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के लिए मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने मौसम विभाग के अत्यधिक बारिश के पूर्वानुमान को देखते हुए इससे निपटने व नगरीय क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई एवं जल निकासी की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। सभी नगर निगम, जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारियों को प्रभावी तरीके से तत्परता के साथ स्थिति से निपटने के लिए कहा है। मंत्री ने अगले तीन दिनों तक नगरीय निकायों, जल संस्थान एवं जल निगम कर्मचारियों के अवकाश निरस्त कर दिए हैं। साथ ही अवकाश स्वीकृत करने पर भी रोक लगाने के निर्देश दिए हैं।

नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि नगरीय निकायों में जल निकासी की उचित व्यवस्था कराई जाए। आवश्यकतानुसार पंपसेट आदि का प्रयोग किया जाए। अतिवृष्टि से गिरे पेड़ों को त्वरित हटाया जाए। सीवर लाइन एवं पानी की पाइप लाइन की जांच की जाए तथा किसी भी प्रकार की लीकेज व ब्रेकेज को तत्काल सुधारा जाए। मरम्मत के दौरान संबंधित क्षेत्र में वैकल्पिक पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। जिन नगरों में वन सिटी वन आपरेटर के तहत कंपनियां कार्यरत हैं वे सुनिश्चित करें कि सीवर लाइन क्षतिग्रस्त न हों।

नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने कहा कि जल संस्थान और निकाय के अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि पेयजल की आपूर्ति उनके क्षेत्र में सुचारू रूप से हो सके और जहां हैंडपंप से पेयजल की सप्लाई हो रही है वहां प्रत्येक घर को क्लोरीन की टेबलेट उचित मात्रा में उपलब्ध कराई जाए। नगरीय निकाय तथा स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम घर-घर जाकर पेयजल की गुणवत्ता की जांच करे।

जल भराव, पेड़ गिरने, प्रकाश व्यवस्था तथा यातायात व्यवस्था एवं शुद्ध पेयजल की आपूर्ति से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायतों के शीघ्र निवारण के लिए 24 घंटे सातों दिन चलने वाला कंट्रोल रूम सक्रिय किया जाए। साथ ही सभी स्थानीय निकायों में ऐसे गैंग बनाए जाएं जो तत्काल पहुंचकर जलभराव से परेशान लोगों की मदद करें। मंत्री ने कहा कि जनता की जलनिकासी, जलापूर्ति आदि समस्या को गंभीरता से लेते हुए त्वरित निस्तारण किया जाए। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। टंडन ने बताया कि अफसरों के साथ ही महापौरों से भी बात कर शहरवासियों को जल्द से जल्द जलभराव आदि दिक्कतों से निजात दिलाने के लिए कहा है।

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