मुख्यमंत्री का फर्जी संस्तुति पत्र लगाने वाले अधिवक्ता के खिलाफ मुकदमा
लखनऊ जेएनएन । केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो लखनऊ ब्रांच में अधिवक्ता पद पर मुख्यमंत्री व भाजपा के पू
लखनऊ, जेएनएन । केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो लखनऊ ब्रांच में अधिवक्ता पद पर मुख्यमंत्री व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष का फर्जी संस्तुति पत्र लगाकर एक अधिवक्ता ने नियुक्ति पा ली। जांच में इसका पर्दाफाश होने पर नारकोटिक्स ब्यूरो में तैनात दारोगा की तरफ से महानगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
महानगर इंस्पेक्टर यशकांत ने बताया कि नारकोटिक्स ब्यूरो के दारोगा विवेक कुमार के मुताबिक एनडीपीएस एक्ट के मुकदमों की हाईकोर्ट लखनऊ बेंच में पैरवी के लिए अधिवक्ता नियुक्त होने थे। इसके लिए बाराबंकी निवासी राकेश अवस्थी ने भी आवेदन किया था। उन्होंने आवेदन पत्र के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ और बीजेपी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय की तरफ से लिखे गए संस्तुति पत्र भी जमा किए थे। 3 जून 2019 को राकेश की नियुक्ति हुई। इस बीच जांच में सामने आया कि राकेश अवस्थी की तरफ से लगाया गया संस्तुति पत्र फर्जी था। इस पर चार सितंबर 2020 को नारकोटिक्स ब्यूरो के उपआयुक्त ने मुख्यमंत्री कार्यालय से संपर्क किया। जांच में इसकी पुष्टि हुई कि अधिवक्ता राकेश ने मुख्यमंत्री के नाम का दुरुपयोग करते हुए जाली संस्तुति पत्र लगाया था। इसके चलते नारकोटिक्स विभाग की तरफ से महानगर कोतवाली में राकेश अवस्थी के खिलाफ धोखाधड़ी और जाली दस्तावेज तैयार करने की धारा में मुकदमा दर्ज कराया गया है।