कानून मंत्री ब्रजेश पाठक पहुंचे लखीमपुर, हिंसा में मारे गए ड्राइवर हरिओम मिश्रा की मां को बंधाया ढाढस; किया हरसंभव मदद का वादा

उत्‍तर प्रदेश की कानून मंत्री ब्रजेश पाठक बुधवार को लखीमपुर पहुंचे। वे ड्राइवर हरिओम मिश्रा के घर पहुंचे। जहां उन्‍होंने पीड़ित परिवार को ढाढस बंधाया। इसके बाद वे लखीमपुर की घटना में मारे गए भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के दसवां संस्कार में भी शामिल होंगे।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Wed, 13 Oct 2021 11:22 AM (IST) Updated:Wed, 13 Oct 2021 08:12 PM (IST)
कानून मंत्री ब्रजेश पाठक पहुंचे लखीमपुर, हिंसा में मारे गए ड्राइवर हरिओम मिश्रा की मां को बंधाया ढाढस; किया हरसंभव मदद का वादा
कानून मंत्री ब्रजेश पाठक बुधवार को लखीमपुर पहुंचे।

लखीमपुर, जेएनएन। किसान बिल के विरोध में हुए संघर्ष में मारे गए चालक हरिओम मिश्रा के परिजनों को ढाढस बंधाने के लिए कानून मंत्री बृजेश पाठक उसके घर पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया। बुधवार की सुबह लगभग लगभग सवा 10 बजे कानून मंत्री बृजेश पाठक थाना फरधान क्षेत्र के गांव परसेहरा बुजुर्ग निवासी मृतक हरिओम मिश्रा के घर पहुंचे। उसके बीमार माता-पिता को हर संभव मदद का आश्वासन देकर ढाढस बंधाया।

उन्होंने कहा कि पीड़ितों को न्याय दिलाना उनका मुख्य है। कानून मंत्री के साथ पुलिस अधीक्षक विजय ढुल, उप जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह भाजपा जिला अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह जिला महामंत्री अनुराग मिश्रा के अलावा काफी संख्या में अधिकारी एवं पदाधिकारी गण मौजूद रहे। हरिओम मिश्रा की पारिवारिक स्थिति को देख कर मंत्री जी काफी व्यथित दिखे। कानून मंत्री श्री पाठक ने कहां कि इंसान ही इंसान के दुखों में काम आता है इसलिए पार्टी के सभी लोगों की जिम्मेदारी बनती है कि वह एक-दूसरे के सुख-दुख में भागीदार बने। हरिओम मिश्रा के परिवार को ढाढस बधाने के बाद प्रदेश सरकार के कानून मंत्री ने भाजपा कार्यकर्ता शुभम मिश्रा के घरवालों से भी मुलाकात की। लखीमपुर के शीतला देवी मंदिर के नजदीक बने कर्मकांड स्थल पर आज उसका दसवां संस्कार चल रहा है। जहां कर्मकांड स्थल पर जाकर कानून मंत्री ने घटना वाले दिन की पूरी जानकारी ली और पीड़ित परिवार को हरसंभव मदद किए जाने का आश्वासन दिया।

हरिओम के पिता की याद्दाश्त कमजोर और मां को नहीं आती नींद: गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के ड्राइवर हरिओम मिश्रा के माता-पिता भी अत्यंत कमजोर हो चुके हैं। बेटे की मौत ने उन्हें जैसे तोड़ कर रख दिया है। दोनों के बिगड़ते स्वास्थ्य को देखकर स्वास्थ्य विभाग ने फरधान के गांव शंकरपुर परसेहरा में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजी, जो उनके माता-पिता का स्वास्थ्य परीक्षण कर सके। इस टीम में जिला अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डाक्टर राजकुमार के साथ मानसिक रोग विशेषज्ञ डाक्टर अखिलेश शुक्ला और उनके सहायक भी शामिल थे। एनसीडी सेल के नोडल व गैर संचारी रोग के प्रभारी डा. एके गुप्ता के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग की टीम दोपहर करीब एक बजे जब शंकरपुर पर सेहरा गांव पहुंची तो घर में उन्हें ड्राइवर हरिओम मिश्र के पिता राधेश्याम मिश्र और मां निशा मिश्रा मिली।

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