बड़े मंगल पर अयोध्या की हनुमानगढ़ी में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, कोरोना प्रोटोकॉल की उड़ी धज्जियां
अयोध्या में ज्येष्ठ माह के दूसरे मंगलवार में बजरंगबली की प्रधानतम पीठ हनुमानगढ़ी की ओर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ आया। सुबह से ही बजरंगबली के दर्शनार्थियों की लगी कतार देखते-देखते श्रद्धालुओं के सैलाब की तरह नजर आने लगा वहीं कोविड प्रोटोकॉल की धज्जियां भी उड़ गईं।
अयोध्या, जेएनएन। ज्येष्ठ माह के दूसरे मंगलवार की विशेष बेला में बजरंगबली की प्रधानतम पीठ हनुमानगढ़ी की ओर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ आया। सुबह से ही बजरंगबली के दर्शनार्थियों की लगी कतार देखते-देखते श्रद्धालुओं के सैलाब में बदल गई। कोरोना से बचाव का प्रोटोकाल सुनिश्चित कराने में लगे पुलिस के जवानों की कोशिशें श्रद्धालुओं की भीड़ के आगे धाराशायी हो गई।
श्रद्धालुओं की भीड़ इतनी थी कि कोरोना संक्रमण से बचाव की परवाह किए बिना सभी बजरंगबली के दर्शन की साध पूरी करने के लिए आगे बढ़ते रहे। अंतिम कोशिश के तौर पर पुलिस के जवानों ने श्रद्धालुओं को हरिद्वारी बाजार बैरियर पर रोकने का प्रयास किया, लेकिन इस पर भी वे सफल नहीं हो सके। कुछ देर के लिए हरिद्वारी बाजार तिराहा के बैरियर पर ही श्रद्धालुओं के जूते-चप्पल उतरवाए गए। लेकिन पुलिस के सारे प्रयास धता साबित हुए।
श्रद्धालु विचलित हुए बिना कड़ी धूप में नंगे पांव करीब तीन सौ मीटर के फासले पर स्थित हनुमानगढ़ी की ओर बढ़ते गए। निश्चित रूप से यह मौका आस्था की मिसाल था, तो कोरोना से बचाव की राष्ट्रव्यापी मुहिम की धज्जियां भी उड़ी। दर्शन में लोगों ने शारीरिक दूरी के मानकों का कोई ख्याल नहीं रखा। वहीं अधिकतर श्रद्धालु तो मास्क तक लगाए रखने की जरूरत नहीं समझ रहे थे। कोरोना से बचाव की धज्जियां उड़ाता हुआ आस्था का यह प्रवाह रामजन्मभूमि, कनकभवन, दशरथमहल आदि प्रमुख मंदिरों से लेकर सरयू तट सहित नगरी के बड़े हिस्से में व्याप्त रहा।