लखनऊ में बड़े पैमाने पर भूखंड घोटाले का अंदेशा, LDA सचिव ने छापा मारकर बेसमेंट से बरामद की फाइलें
लविप्रा में दलालों बाबुओं व पूर्व के अफसरों ने भूखंडों में जमकर खेल किया। नौ मीटर चबूतरे पर कानपुर रोड योजना में कमर्शियल भूखंड समायोजित कर दिए। शायद ही कोई योजना ऐसी हो जिसमें खेल न हुआ हो। इनकी अधिकांश फाइलें गायब थी।
लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) के दामन में दाग लगने का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को लविप्रा सचिव पवन कुमार गंगवार को सूचना मिली कि सैकड़ों फाइलें नई बिल्डिंग के बेसमेंट में छुपाकर रखी गई थी। सचिव ने टीम के साथ जब छानबीन शुरू करवाई तो पचास से अधिक भूखंडों की फाइलें मिली है। यह फाइलें सालाें से गायब थी। इन फाइलों में कानपुर रोड, नेहरू इंक्लेव, शारदा नगर, ट्रांसपोर्ट नगर, गोमती नगर, प्रियदशर्नी नगर योजना सहित अलग-अलग योजना की पचास से अधिक फाइलें जब्त की गई हैं।
लविप्रा में दलालों, बाबुओं व पूर्व के अफसरों ने भूखंडों में जमकर खेल किया। नौ मीटर चबूतरे पर कानपुर रोड योजना में कमर्शियल भूखंड समायोजित कर दिए। शायद ही कोई योजना ऐसी हो, जिसमें खेल न हुआ हो। इनकी अधिकांश फाइलें गायब थी। इन घोटालों व गड़बड़ी की फाइलें बेसमेंट में पायी गई। इनमें आवासीय, कामर्शियल भूखंडों के अलावा इंजीनियरिंग सेक्शन से जुड़ी फाइलें भी मौके से बरामद हुई हैं। अफसरों को इन फाइलों की लंबे समय से तलाश थी। संबंधित बाबुओं से कई फाइलें मांगी जा रही थी, लेकिन बाबू फाइलें न होने की बात कह रहे थे। अब इन फाइलों से पुराने रहस्य खुल सकेंगे। कई हजार वर्ग फिट में फैले बेसमेंट में शुक्रवार शाम छापे के बाद कार्रवाई आगे भी जारी रखी जाएगी। इस दौरान सुरक्षा गार्ड के हवाले पूरा बेसमेंट कर दिया गया है। शनिवार को भी यह कार्रवाई जारी रहेगी। वहीं लविप्रा सभी फाइलों की नंबरिंग कराएगा।
कही बाबुओं ने खुद तो नहीं छुपाई फाइलें : अफसरों को शक है कि घोटालों की फाइलें कही योजना देख रहे पूर्व के बाबुओं ने तो नहीं छुपाई। क्योंकि प्रारंभिक जांच में कुछ ऐसी भी फाइलें मिली हैं, जिनकी योजना देख रहे अफसरों को तलाश थी। फाइलों में जि न बाबुओं व अफसराें के हस्ताक्षर होंगे और फाइलें गड़बड़ मिलती है तो कार्रवाई तय है।
लविप्रा में 76 आवंटियों ने कराई रजिस्ट्री : लखनऊ विकास प्राधिकरण में लगे विशेष निबन्धन शिविर को लेकर आवंटियों में जबरदस्त रूझान देखने को मिल रहा है। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश द्वारा आवंटियों की सुविधा के लिए लगवाए गए इस विशेष शिविर में 12 दिनों में ही 187 से अधिक आवंटियों ने अपनी-अपनी संपत्ति की रजिस्ट्री कराने के लिए प्रार्थना पत्र दिए। जिसमें से 76 आवंटियों ने एक ही पटल पर समस्त औपचारिकताएं पूरी करते हुए रजिस्ट्री करवाई। अब यह विशेष रजिस्ट्री शिविर 31 जुलाई तक प्राधिकरण भवन में संचालित किया जा रहा है।