लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज, स्टेटस रिपोर्ट पर कोर्ट लेगा फैसला

उत्तर प्रदेश को दहला देने वाली लखीमपुर खीरी की हिंसा मामले को स्वत संज्ञान लेने वाले सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को इस केस की स्टेटस रिपोर्ट पर सुनवाई होगी। इस केस के लिए गठित मॉनिटरिंग कमेटी ने सोमवार को ही अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 09:08 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 12:39 PM (IST)
लखीमपुर खीरी हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज, स्टेटस रिपोर्ट पर कोर्ट लेगा फैसला
चार किसान सहित आठ लोगों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई होगी

लखनऊ, जेएनएन। लखीमपुर खीरी में तीन अक्टूबर को हिंसा में चार किसान सहित आठ लोगों की मौत के मामले में सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई होगी। इस केस की जांच कर रही मॉनिटरिंग कमेटी ने सोमवार को अपनी स्टेटस रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी, जिसको आज कोर्ट में पेश किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश को दहला देने वाली लखीमपुर खीरी की हिंसा मामले को स्वत: संज्ञान लेने वाले सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को इस केस की स्टेटस रिपोर्ट पर सुनवाई होगी। इस केस के लिए गठित मॉनिटरिंग कमेटी ने सोमवार को ही अपनी रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी। इस केस की जांच कर रही एसआइटी के साथ ही लखीमपुर खीरी पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अब तक दो दर्जन से अधिक प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज करने के साथ ही इस केस के मुख्य आरोपित आशीष मिश्रा मोनू सहित 12 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।

प्रत्यक्षदर्शियों ने मंत्री के बेटे की घटनास्थल पर मौजूदगी का बयान दिया है। पुलिस 26 प्रत्यक्षदर्शी के बयान कलम बंद बयान दर्ज कर चुकी है। कलम बंद बयान दर्ज कराने वालों में सबसे ज्यादा लोग एक समुदाय विशेष के हैं। तक कलम बंद बयान दर्ज कराने वालों ने दावा किया है कि हिंसा के वक्त मंत्री का बेटा आशीष मिश्रा घटनास्थल पर मौजूद था। इस प्रकरण में कई लोगों ने यह भी बयान दिया है कि पुलिस वालों की मदद से वह घटनास्थल से फरार हुआ है। इसके साथ साथ ही पुलिस ने हिंसा में शामिल लोगों की जारी की गई तस्वीरों के आधार पर संदिग्धों की पहचान कर तलाश तेज कर दी है।

किसान तथा अन्य लोगों की तहरीर पर केस दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने घटनास्थल पर भाजपा कार्यकर्ताओं की पीट-पीटकर हत्या के मामले में भी जांच तेज कर दी है। पुलिस के सामने बयान देने आए किसानों की तस्वीरें का भी परीक्षण हो रहा है। इनकी तस्वीर से हिंसा में शामिल लोगों की पहचान कराने का प्रयास हो रहा है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लखीमपुर क्राइम ब्रांच आसपास के जिलों में भी तलाश कर रही है। इसके साथ पुलिस को आशीष व अंकित दास के असलहों की बैलेस्टिक रिपोर्ट और घटनास्थल से मोबाइल लोकेशन की रिपोर्ट का इंतजार है। बैलेस्टिक रिपोर्ट से जहां यह तय होगा कि लाइसेंसी असलहों से फायरिंग हुई कि नहीं, तो वहीं दूसरी तरफ मोबाइल डिटेल से मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा की घटनास्थल पर मौजूदगी भी तय होगी।  

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