रायबरेली में खाकी ने पेश की अनूठी मिसाल, कोतवाल रेखा ने किया दुखियारी युवती का कन्यादान
पुलिस की फटकार के बाद जब मां सोनिका के विवाह में मदद को तैयार नहीं हुई तो कोतवाल ने ही समाजसेवियों की मदद से उसके हाथ पीले करने का जिम्मा उठा लिया। उसके पिता द्वारा तय किए गए रिश्ते को अमलीजामा पहना दिया।
रायबरेली, संवादसूत्र। यूं तो यूपी पुलिस तरह-तरह की कारगुजारियों को लेकर चर्चा में रहती है, लेकिन इस बार वह अनूठी पहल के कारण सुर्खियों में है। पुलिस की पहल पर न सिर्फ गरीब बेटी के हाथ पीले हो सके, बल्कि खुद ही उसने मेजबानी और कन्यादान भी कराया। मामला महराजगंज का है। पहरावा निवासी सुखदेव यादव की पुत्री सोनिका दो बहनों व भाइयों में सबसे बड़ी है। सुखदेव की छह मई 2020 को बीमारी के चलते मृत्यु हो गई थी। कलावती, सोनिका की सगी मां है, लेकिन उसके पिता की दूसरी पत्नी होने के कारण पुनर्विवाह के समय साथ लाई पुत्री बबली व सुमन को अधिक प्यार करती है। इन दोनों की शादी भी उसने धूमधाम से कर दी। पति की मौत के बाद कलावती संपत्ति में सोनिका व उसके भाई बहनों को हिस्सा नहीं देना चाह रही है। मामला कोतवाली पहुंचा। कोतवाल रेखा सिंह हकीकत से रूबरू हुईं। सोनिका की शादी मे मदद न करने के मामले को लेकर कलावती को फटकार भी लगाई।
पुलिस की फटकार के बाद ही जब मां, सोनिका के विवाह में मदद को तैयार नहीं हुई, तो कोतवाल ने ही समाजसेवियों की मदद से उसके हाथ पीले करने का जिम्मा उठा लिया। उसके पिता द्वारा तय किए गए रिश्ते को अमलीजामा पहना दिया। वर कोहली मजरे रूपामऊ निवासी आनंद व उसके परिवारजन के अलावा सोनिका व उसके रिश्तेदारों से बात कर शादी की तारीख भी पक्की कर दी।
गुरुवार को कोहली गांव से धूमधाम से बरात कोतवाली के ठीक सामने स्थित जिला पंचायत सभागार पहुंची। स्वागत कोतवाल रेखा सिंह, चेयरमैन पति प्रभात साहू के अलावा क्षेत्र के विभिन्न समाजसेवियों ने किया। भोजन के बाद कन्यादान कर हिंदू रीति रिवाज के साथ कोतवाल की देखरेख में विवाह संपन्न हुआ। विवाह व दान पर आया खर्च भी कोतवाल रेखा सिंह व क्षेत्र के समाज सेवियों ने उठाया।कोतवाल ने बताया कि करीब ढाई लाख रुपये खर्च हुए हैं। विवाह में रस्म के तौर पर अगवानी चेयरमैन पति प्रभात साहू , समाज सेवी त्रिलोकी प्रसाद यादव, एसके पांडेय ने किया। इसके आलावा कन्या दान समाज सेवी नीलू सिंह, अमित त्रिपाठी,व अनुपम जायसवाल ने किया।
सिलाई कढ़ाई करके सोनिका ने की थी छोटी बहन की शादी : पिता की मृत्यु के बाद सोनिका ने अपनी बहन और भाइयों की परवरिश की जिम्मेदारी उठाई। सिलाई कढ़ाई करके खर्च चला रही। यही नहीं, छोटी बहन की शादी भी गत 24 अप्रैल को अपनी जिम्मेदारी पर की। इसके अलावा छोटे भाई शिव केस (16 )मुकेश (14) की पढ़ाई लिखाई का भी जिम्मा सोनिका पर ही है। उन्होंने बताया कि सिलाई-कढ़ाई करके महीने में पांच से छह हजार रुपये कमा लेती हैं। कोतवाल और अन्य लोगों ने जो मदद की है, उसे ताउम्र भुलाया नहीं जा सकेगा।