Ragging Case : KGMU-लोहिया संस्थान में रैगिंग को लेकर सख्ती, कमेटी बनी

Ragging Case केजीएमयू में 250 एमबीबीएस व 70 बीडीएस के नए छात्र आएंगे। यहां कैंपस में रैगिंग पर सख्त पाबंदी होगी। हॉस्टल से क्लास तक वह बाउंसर के घेरे में जाएंगे। रैगिंग को रोकने के लिए टीम-76। पोस्टर में हेल्पलाइन नंबर।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 08:32 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 08:32 AM (IST)
Ragging Case : KGMU-लोहिया संस्थान में रैगिंग को लेकर सख्ती, कमेटी बनी
Ragging Case : केजीएमयू में 250 एमबीबीएस व 70 बीडीएस के नए छात्र आएंगे।

लखनऊ, जेएनएन। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू)-लोहिया संस्थान में शैक्षिक सत्र की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस दौरान कैंपस में नए छात्रों को रैगिंग से बचाना बड़ी चुनौती है। ऐसे में उन्हें कड़ी सुरक्षा में रखने का फैसला किया गया। हॉस्टल से क्लास तक वह बाउंसर के घेरे में जाएंगे। इस दौरान मेल-फीमेल दोनों गाडों की भी तैनाती होगी।

केजीएमयू में 250 एमबीबीएस व 70 बीडीएस के नए छात्र आएंगे। यहां कैंपस में रैगिंग पर सख्त पाबंदी होगी। संस्थान के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक हॉस्टल से लेकर कैंपस तक सीसीटीवी दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे कैंपस की हर गतिविध कैमरे में होगी। वहीं एंटी रैगिंग सेल के टोल फ्री नंबर, संस्थान के हेल्पलाइन नंबर, ई-मेल पर छात्र रैगिंग की शिकायत कर सकेंगे। यह नंबर पोस्टर-बैनर लगाकर कैंपस में डिस्प्ले कर दिए गए हैं।

रैगिंग को रोकने के लिए टीम-76

केजीएमयू में एंटी रैगिंग को लेकर लगभग 76 लोगों की टीम बनाई गई है। इसमें प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य शामिल हैं। एक चीफ प्रॉक्टर, सहायक प्रॉक्टर 30, एंटी रैगिंग स्वॉयड टीम में 35 सदस्य, चार बाउंसर, 10 सुरक्षाकर्मी की टीम बनी है। हॉस्टल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहेगी।

पोस्टर में हेल्पलाइन नंबर

यूजीसी का नंबर 1800-180-5522, एनएमसी का नंबर 011-25361262,फैक्स 25367324, डीसीआइ का नंबर 011-23238542 केंद्रीय संस्थाओं के नंबर हैं। वहीं केजीएमयू ने अपना नंबर 9415099998, 0522-2257888 व मेल जारी किया है। इसके अलावा लोहिया संस्थान में हॉस्टल के हर फ्लोर पर हेल्प लाइन नंबर चस्पा कर दिए हैं।

लोहिया में रात में तीन बार औचक छापामारी

लोहिया संस्थान में 200 नए छात्र आएंगे। ये कैंपस के बहुमंजिला हॉस्टल में रहेंगे। ऐसे में हॉस्टल की गैलरी में सीटीटीवी लगा दिए गए हैं। प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह के मुताबिक, प्रॉक्टर, प्रोवोस्ट, वाडेन की टीम बना दी गई है। छात्र दिन में गार्ड की निगरानी में हॉस्टल से एकेडमिक ब्लॉक में क्लास के लिए जाएंगे। वहीं रात में रैगिंग का खतरा रहता है। ऐसे में शाम पांच से आठ, 10 बजे व 12 बजे तक टीम तीन बार हॉस्टल का औचक निरीक्षण करेगी। नए छात्रों से रैगिंग व अन्य समस्याओं का इनपुट लेगी।

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