उपलब्धि : लखनऊ के सात अस्पतालों को कायाकल्प अवार्ड, सीएचसी बीकेटी को प्रदेश में 9वां स्थान
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी चिकित्सा इकाइयों में स्वच्छता व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए कायाकल्प अवार्ड योजना की शुरुआत 15 मई 2015 को की थी। सीएमओ ने कहा कि पुरस्कार प्राप्त चिकित्सालयों के सभी कर्मचारी बधाई के पात्र हैं।
लखनऊ, जेएनएन। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बक्शी का तालाब (बीकेटी), मलिहाबाद, चिनहट, इटौंजा, मोहनलालगंज, सरोजनीनगर और शहरी सीएचसी सिल्वर जुबली को 2020-21 का कायाकल्प अवार्ड मिला। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने कायाकल्प अवार्ड के लिए चुनी गई प्रदेश की 215 सीएचसी की सूची जारी की है, जिसमें लखनऊ के सात अस्पतालों ने अपनी जगह बनाई है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. मनोज अग्रवाल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी चिकित्सा इकाइयों में स्वच्छता व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण के लिए कायाकल्प अवार्ड योजना की शुरुआत 15 मई 2015 को की थी। इस श्रेणी में पुरस्कार पाने के लिए चिकित्सालयों पर गुणवत्तापरक सेवाएं देकर रोगी संतुष्टि में वृद्धि करना, चिकित्सालय कर्मियों के कार्यशैली एवं दक्षता में सुधार करना, सफाई , बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन, हाइजिन प्रमोशन, सेनिटाइजेशन, संक्रमण प्रबंधन आदि बिन्दुओं पर जांच टीम के द्वारा अंक दिए जाते हैं।
सीएमओ ने कहा कि पुरस्कार प्राप्त चिकित्सालयों के सभी कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। अन्य अस्पताल भी प्रयास करें ताकि वह अगले साल पुरस्कार के हकदार बनें। जिला क्वालिटी एश्योरेन्स कंसल्टेंट डा. नाजिया शाहीन ने बताया कि सीएचसी बीकेटी ने प्रदेश में 9वां और सीएचसी इटौंजा ने 12वां स्थान स्थान हासिल किया है। सीएचसी बीकेटी और इटौंजा को क्रमश: 1.5 लाख और 1.25 लाख का पुरस्कार मिला है। सीएचसी मलिहाबाद, चिनहट, मोहनलालगंज, सरोजनीनगर और शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिल्वर जुबली को एक-एक लाख रुपये का पुरस्कार मिला है।
कायाकल्प पुरस्कार का उद्देश्य
ऐसे जिला अस्पताल, उप-विभागीय अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली के तहत स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र, जिन्होंने उच्च स्तर की स्वच्छता, साफ-सफाई एवं संक्रमण पर नियंत्रण पाया है, उन्हें इन पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। इसका उद्देश्य ऐसी सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं को प्रोत्साहित कर उनकी पहचान करना है जो कि स्वच्छता और संक्रमण पर नियंत्रण के लिए मानक प्रोटोकाल का पालन कर अनुकरणीय काम करते हैं। साथ ही सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं में स्वच्छता, साफ-सफाई और संक्रमण नियंत्रण प्रयासों को बढ़ावा देना है।