यूपी में जूनियर टेस्ट आटोमेशन इंजीनियर की होगी भर्ती, मिलेगा छह लाख सालाना का पैकेज; जानिए कैसे करें आवेदन

Ambedkar University Initiative बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से आनलाइन रोजगार मेला लगेगा। आंबेडकर विश्वविद्याल के प्लेसमेंंट सेल की ओर से लगने वाले मेले में एक कंपनी में जूनियर टेस्ट आटोमेशन इंजीनियर के पद पर भर्ती की जाएगी।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Fri, 24 Sep 2021 01:15 PM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 07:38 AM (IST)
यूपी में जूनियर टेस्ट आटोमेशन इंजीनियर की होगी भर्ती, मिलेगा छह लाख सालाना का पैकेज; जानिए कैसे करें आवेदन
चयनित युवाओं को छह लाख सालाना का वेतन पैकेज और अलग से इंसेंटिव भी दिया जाएगा।

लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय की ओर से आनलाइन रोजगार मेला लगेगा। आंबेडकर विश्वविद्याल के प्लेसमेंंट सेल की ओर से लगने वाले मेले में एक कंपनी में जूनियर टेस्ट आटोमेशन इंजीनियर के पद पर भर्ती की जाएगी। किसी भी ट्रेड के बीई,बीटेक, एमई व एमटेक के युवा आवेदन कर सकते हैं। एमसीए, एमएससी कंप्यूटर साइंस के वे विद्यार्थी जो वर्ष 2019, 2020 और 2021 बैच के पास आउट हैं, वह भी इस पद के लिए आवेदन कर सकते हैं। चयनित युवाओं को छह लाख सालाना का वेतन पैकेज और अलग से इंसेंटिव भी दिया जाएगा। इच्छुक युवा 27 सितंबर तक इस लिंक https://epa.ms/Testing पर जाकर अपना आवेदन कर सकते हैं। 

गांव में चली पोषण की पाठशालाः बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय में चल रहे पोषण मास के तहत गांव में पोषण की पाठशाला चलाई गई। आंबेडकर विश्वविद्यालय की गृह विज्ञान विभाग की डीन व विभागाध्यक्ष प्रो.सुनीता मिश्रा ने बताया कि निगोहा के गांव में लगे शिविर में 100 महिलाओं के साथ ही 75 एनीमिक बच्चों को पोषण आहार के साथ ही कुपोषण से निपटने की जानकारी दी गई। महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने और हरी सब्जियों और फलों का सेवन करने की सलाह दी गई। उन्होंने कोरोना संक्रमण के बचने के लिए संतुलित आहार सेवन करने की सलाह भी दी। उन्होंने बताया कि कुलपति प्रो.संजय सिंह की प्रेरणा से शिविर लगाया गया। उनकी प्रेरणा से ही पांच गांवों को गोद लिया गया है जहां शिविर के माध्यम से उन्हें शिक्षा और स्वास्थ्य की जानकारी दी जाती है। शिविर में बच्चों को खाद्य सामग्री के साथ ही पढ़ाई का सामान दिया जागया। बालिकाओें को विशेष रूप से पढ़ाने के प्रति लोगों को जागरूक किया गया। शिविर में प्रो.यूवी किरण, डा.शर्मिला व डा.प्रियंका के अलावा शिक्षक व शोधार्थी शामिल हुए।

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