रेशम निदेशालय का कनिष्ठ लिपिक रिश्वत लेते गिरफ्तार, जीपीएफ-बीमा भुगतान के नाम पर मांगे रुपये
भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने गोमतीनगर स्थित निदेशालय से दबोचा। जीपीएफ व बीमा का भुगतान करने के नाम पर मांग रहा था 10 हजार रुपये। पीड़ित ने बताया कि उसके इंकार करने पर आरोपित भुगतान में टालमटोल करने लगा था।
लखनऊ, जेएनएन। भ्रष्टाचार निवारण संगठन ने रेशम निदेशालय में तैनात वरिष्ठ लिपिक को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। एसपी एंटी करप्शन राजीव मल्होत्रा के मुताबिक विनीत खंड गोमती नगर निवासी जितेंद्र कुमार सिंह ने कनिष्ठ लिपिक पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था। इसके बाद एक टीम गठित की गई और आरोपित आलोक शुक्ला को 10 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए दबोच लिया गया।
राजीव मल्होत्रा ने बताया कि विश्वास खंड गोमती नगर स्थित रेशम निदेशालय में कनिष्ठ लिपिक आलोक शुक्ला कार्यालय के भीतर अपनी सीट पर जितेंद्र से रिश्वत ले रहा था। शिकायतकर्ता जितेंद्र के पिता विशेष श्रेणी के वाहन चालक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। जितेंद्र पिता के सेवानिवृत्त होने के बाद जीपीएफ और बीमा के भुगतान के लिए रेशम निदेशालय में भागदौड़ कर रहा था। भुगतान करने के लिए आरोपित आलोक ने जितेंद्र से 10 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। जितेंद्र के इंकार करने पर आलोक भुगतान में टालमटोल करने लगा था। परेशान होकर जितेंद्र ने भ्रष्टाचार निवारण संगठन से इसकी शिकायत की, जिसके बाद इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह ने टीम के साथ आरोपित को रंगे हाथों दबोच लिया।