कोरोना संक्रमण के चलते ईद-ए-मिलादुन्नबी पर नहीं निकलेगा जुलूस-ए-मोहम्मदी, घर पर ही करें आयोजन

जुलूस चौक स्थित दरगाह शाहमीना शाह से नहीं निकलेगा। कोरोना संक्रमण के चलते जुलूस न उठाने का फैसला किया गया है। शनिवार को आसताना हमीदिया फिरंगी महल में ऑल इंडिया मुहम्मदी मिशन के पदाधिकारी मौलाना और जिला प्रशासन की हुई अहम बैठक जुलूस न उठाने पर सहमति नबी।

By Divyansh RastogiEdited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 07:58 AM (IST) Updated:Sun, 25 Oct 2020 07:58 AM (IST)
कोरोना संक्रमण के चलते ईद-ए-मिलादुन्नबी पर नहीं निकलेगा जुलूस-ए-मोहम्मदी, घर पर ही करें आयोजन
जुलूस चौक स्थित दरगाह शाहमीना शाह से नहीं निकलेगा। कोरोना संक्रमण के चलते जुलूस न उठाने का फैसला किया गया

लखनऊ, जेएनएन। Juloos-E-Mohammadi: ईद-ए-मिलादुन्नबी पर पुराने शहर में 30 अक्टूबर को निकलने वाला जुलूस-ए-मुहम्मदी स्थगित कर दिया गया है। जुलूस चौक स्थित दरगाह शाहमीना शाह से नहीं निकलेगा। कोरोना संक्रमण के चलते जुलूस न उठाने का फैसला किया गया है। शनिवार को आसताना हमीदिया फिरंगी महल में ऑल इंडिया मुहम्मदी मिशन के पदाधिकारी, मौलाना और जिला प्रशासन की हुई अहम बैठक जुलूस न उठाने पर सहमति नबी। 

काजी-ए-शहर मुफ्ती इरफान मियां फिरंगी महली ने शहर की तमाम अंजुमनों से गुजारिश की है कि इस साल सभी लोग मिलकर कोविड-19 की गाइडलाइन पर अमल करते हुए अपने अपने घरों और मस्जिदों में जश्ने ईद-ए-मिलादुन्नबी की महफिले आयोजित करें और नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की सुन्नतों को बयान करके अपने घरवालों को उस पर अमल करने की हिदायत दें। 

मौलना ने कहा कि, इसबार वैश्विक महामारी से चलते ईद-ए-मिलादुन्नबी पर होने वाले आयोजनों पर खर्च होने वाली रकम को गरीब और जरूरतमंदों की मदद में लगाई जाए। जो गरीब बच्चों की फीस नहीं जमा हो पा रही है स्कूलों में उनकी फीस जमा करें , जिनके कारोबार बंद हो गए हैं उनके कारोबार में माली मदद करें, जिन घरों में बीमार हो उनका इलाज ना हो पा रहा हो उनकी दवा इलाज में खर्च करें। बैठक में ऑल इंडिया मुहम्मदी मिशन के उपाध्यक्ष सैयद इकबाल हाशमी, उपाध्यक्ष डाक्टर एहसानुल्लाह व महासचिवसैयद अहमद नदीम सहित कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।

इस्लामिक सेंटर की अपील पर बिल्लौचुरा में लगा स्टॉल 

पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद साहब की यौम-ए-विलादत की खुशी में शनिवार को भी जश्न का सिलसिला जारी रहा। पुराने शहर में विभिन्न जगह हो रहे 12 दिवसीय जलसों के छठे दिन उलमा ने नबी-ए-करीम के पैगाम पर अमल करने की नसीहत के साथ लोगों से कोरोना संक्रमण के इस दौर में अधिक से अधिक गरीबों की सहायता करने की अपील की। 

इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की अपील पर हफ्ता-ए-रहमत का आगाज हो गया। पहले दिन बिल्लौचपुरा स्थित मस्जिद इब्राहीमी के पास स्टॉल लगाकर गरीबों को निश्शुल्क खाने के पैकेट बांटे गए। यह सिलसिला लगातार यह दिनों तक जारी रहेगा, प्रत्येक दिन अलग-अलग इलाकों में खाने के कैंप लगाकर हफ्ता-ए-रहमत मनाया पहले दिन लगे स्टॉल में ऑल इण्डिया सुन्नी बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद मुश्ताक़, सचिव मौलाना मुहम्मद सुफयान निजामी, कुरैश वेलफेयर फाउण्डेशन के अध्यक्ष शहाबुद्दीन करेशी, हसन अहमद, मुहम्मद इरफान, मुहम्मद अनवार सहित कई लोग मौजूद रहे। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की ओर से ऐशबाग ईदगाह में मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने जलसे को खिताब कर हुजूर की जिंदगी पर अमल करने की अपील की। उन्होंने कहा कि, अल्लाह ने नबी-ए-करीम को तमाम आलम-ए-इंसानियत की रहनुमाई के लिए भेजा। वही चौक स्थित मखदूम शाहमीना शाह दरगाह पर आयोजित जलसे को दरगाह के सज्जादानशीन पीरजादा शेख राशिद अली मीनाई ने खिताब किया। मस्जिद सुबहानिया पाटानाला चौक में भी जलसों का दौर जारी रहा। छठे जलसे को खिताब कर मदरसा दारुलमुबलिलगीन के उस्ताद मौलाना क़ारी मुहम्मद सिद्दीक ने कहा कि रसूल अल्लाह की उम्मत की रौनक कुरआन पाक है।

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