लखनऊ में ग्रीन कारिडोर का पूरा खाका 20 तक हो जाए तैयार, बैठक में डीएम ने दिए निर्देश
लविप्रा में डीएम अभिषेक प्रकाश ने बैठक लेते हुए आदेश दिए कि लोक निमाZण विभाग बताए कि फोर लेन सड़क बनाने में कितना खर्च आएगा। इसके अलावा डीपीआर के मुताबिक ओवर ब्रिज को लेकर लागत का आंकलन करके बीस अप्रैल तक रिपोर्ट सबमिट करे।
लखनऊ, जेएनएन। शहीद पथ से आइआइएम तक बनने वाले ग्रीन कारिडोर को लेकर कवायद तेज हो गई है। डीएम एवं लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने लोक निमाZण विभाग पीडब्ल्यूडी, सिंचाई, लविप्रा, आवास व राजस्व अफसरों के साथ गुरुवार को बैठक करके हर कार्य करने की तिथि मुकर्रर कर दी है। सिंचाई विभाग को आठ अप्रैल तक बंधे के दाए और बाए ओर आने वाली जमीन चिन्हित करके रिपोर्ट देनी होगी, इस जमीन को बंधे के लिए अधिगृहण किया जाना है। सिंचाई विभाग बीस किमी. बनने वाले बंधे के बीच बैरल की चौड़ाई, संख्या, लंबाई, नए बैरल को लेकर आने वाले खर्च का आंकलन करके भी बीस अप्रैल तक डीएम के समक्ष रिपोर्ट रखेगा। काम शुरू करने से पहले डीएम एंव लविप्रा उपाध्यक्ष अभिषेक प्रकाश ने संबंधित विभागों से नोडल व सहायक नोडल अफसर के नामों की सूची फाइनल करने के आदेश दिए हैं।
गुरुवार को लविप्रा में डीएम अभिषेक प्रकाश ने बैठक लेते हुए आदेश दिए कि लोक निमाZण विभाग बताए कि फोर लेन सड़क बनाने में कितना खर्च आएगा। इसके अलावा डीपीआर के मुताबिक ओवर ब्रिज को लेकर लागत का आंकलन करके बीस अप्रैल तक रिपोर्ट सबमिट करे। पूरे प्रोजेक्ट पर निगरानी रखने के लिए तीन सदस्यीय परियोजना क्रियान्वयन इकाई (पीयूआइ) का गठन करे। इस तीन सदस्यीय टीम में वास्तुविद, जमीन व प्रबंधन से जुड़ा विशेषज्ञ और वरिष्ठ अभियंता रहेगा।
छह माह के लिए पीयूआइ करेगी काम : परियोजना क्रियान्वयन इकाई (पीयूआइ) के लिए लविप्रा में स्थान निधाZरित किया जाएगा। इसके अलावा छह माह के लिए यह टीम काम करेगी। जरूरत पड़ने पर पीयूआइ टीम का कार्यकाल बढ़ाया भी जा सकता है। सदस्यों को रखने की कवायद जल्द शुरू होगी। उधर कंसलटेंट का चयन के लिए तीन अप्रैल को प्री बिड होगी। उसके बाद संबंधित कंपनी थ्री डी में अपना ग्रीन कारिडोर को लेकर प्रजेंटेशन देगी।