UP: पढ़ाई के बाद रोजगार भी देगा ITI, सरकारी संस्थानों को बताना होगा नौकरी दी या नहीं
अलीगंज स्थित व्यवसाय शिक्षा परिषद की ओर से जारी निर्देश में यह कहा गया है कि सभी 58 ट्रेड में नौकरी पाने वालों की संख्या ट्रेड वार रखी जाए। एक आइटीआइ में कितने विद्यार्थियों ने शिक्षा पूरी की। कितनों को नौकरी दी गई।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। यदि आप आइटीआइ कर रहे हैं और पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी को लेकर परेशान हैं तो आपको अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। आइटीआइ आपको रोजगार देने का काम करेगी। इसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित संस्थान के प्रधानाचार्य की होगी। व्यावसायिक शिक्षा परिषद की ओर से राजधानी समेत सूबे की सभी आईटीआई को गुणवत्ता युक्त तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने की पुख्ता तैयारी कर रहा है। इसी क्रम में यह निर्देश दिए गए हैं। संस्थानों को नौकरी देने का पूरा रिकॉर्ड विभाग को देना होगा। ऐसा न करने वाली संस्थाओं के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
तकनीकी शिक्षा के नाम पर चल रही मनमानी को रोकने के लिए व्यावसायिक शिक्षा विभाग की ओर से यह निर्देश जारी किए गए हैं। सरकारी ही नहीं निजी संस्थाओं की पढ़ाई की गुणवत्ता को परखने के लिए भी यह आदेश उन पर भी लागू होगा। अलीगंज स्थित व्यवसाय शिक्षा परिषद की ओर से जारी निर्देश में यह कहा गया है कि सभी 58 ट्रेड में नौकरी पाने वालों की संख्या ट्रेड वार रखी जाए। एक आइटीआइ में कितने विद्यार्थियों ने शिक्षा पूरी की। कितनों को नौकरी दी गई या कितने आगे की पढ़ाई करने में लगे हैं। इसकी सूची देनी होगी। संस्थान के प्रधानाचार्य की पूरी जानकारी विभाग को हर साल उपलब्ध करानी होगी।
सभी सरकारी और निजी संस्थानों में तकनीकी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है। हालांकि संस्थानों में पहले से ही प्लेसमेंट सेल का गठन किया जा चुका है जिसके माध्यम से अप्रेंटिस और सेवायोजन का कार्य किया जाता है। इस नई व्यवस्था से सरकार की मंशा के अनुरूप अधिक से अधिक युवाओं को तकनीकी शिक्षा के साथ नौकरी का लाभ मिल सकेगा। -एससी तिवारी, संयुक्त निदेशक, व्यावसायिक शिक्षा
आइटीआइ पर एक नजर