UP में गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे विकसित होगी औद्योगिक पट्टी, लोकल फॉर वोकल को मिलेगा बढ़ावा

गंगा एक्सप्रेस-वे जिले के लोगों के लिए लाइफलाइन का काम करेगा। लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा मिलेगा और औद्योगिक मानचित्र पर जिले को एक अलग पहचान मिलेगी। लोकल फॉर वोकल के लिए सरकारी भूमि को चिह्नित किया जाएगा।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Sun, 28 Feb 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sun, 28 Feb 2021 05:55 PM (IST)
UP में गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे विकसित होगी औद्योगिक पट्टी, लोकल फॉर वोकल को मिलेगा बढ़ावा
उत्‍तर प्रदेश का गंगा एक्सप्रेस-वे लोकल फॉर वोकल को भी बढ़ावा देगा।

हरदोई, जेएनएन। गंगा एक्सप्रेस-वे जिले में लोकल फार वोकल को रफ्तार देगा। एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक अवस्थापना के दृष्टिगत औद्योगित विकास पट्टी तलाशी जाएगी। जिले की सीमा में करीब 99 किलोमीटर लंबाई में गुजरने वाले गंगा एक्सप्रेसवे के लिए 86 गांव से 1201 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है। इसी के साथ प्रशासन ने औद्योगिक विकास के लिए भूमि तलाशनी शुरू कराई है।

गंगा एक्सप्रेस-वे जिले के लोगों के लिए लाइफलाइन का काम करेगा। लोकल फॉर वोकल को बढ़ावा मिलेगा और औद्योगिक मानचित्र पर जिले को  एक अलग पहचान मिलेगी। जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने मुख्यमंत्री की शीर्ष प्राथमिकता में शामिल गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे के गांवों में औद्योगिक विकास अवस्थापना की संभावनाएं तलाशनी शुरू कर दी हैं।

 उन्होंने 86 गांव से अधिग्रहित की जाने वाली 1201 हेक्टेयर भूमि में सरकारी भूमि के अधिग्रहण के बाद गांव में शेष बची सरकारी जमीन के चिह्नीकरण कर औद्योगिक विकास पट्टी के रूप में विकसित कराने का निर्णय लिया है। बताया कि एक्सप्रेस वे के लिए भूमि अधिग्रहण का काम शुरू हो गया है, किसानों से समझौता के आधार पर बैनामा होने लगे हैं। तहसील शाहाबाद सवायजपुर और बिलग्राम एसडीएम को जिम्मेदारी दी गई है कि वह एक्सप्रेसवे के दोनों ओर के गांव में भूमि बैंक की स्थापना की संभावनाओं के दृष्टिगत सरकारी जमीनों का चिह्नीकरण कराएं। सरकारी भूमि के चिह्नीकरण के साथ ही उन्हें औद्योगिक विकास व स्थापना के उद्देश्य से सुरक्षित एवं संरक्षित कराया जाए।

कच्चा माल लाने और तैयार माल की बिक्री में रहेगी सहूलियत : एक्सप्रेस-वे शाहाबाद से शुरू होकर बिलग्राम में निकलेगा। डीएम ने बताया कि मेरठ की ओर से चलकर शाहाबाद में जिले की सीमा में प्रवेश करेगा, जिससे गांवों आर्थिक और औद्योगिक संपन्नता के द्वार खुलेंगे। लोग लघु और कुटीर उद्योग लगाकर खुद के साथ अन्य लोगों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध करा सकेंगे और तैयार माल की बिक्री और कच्चे माल की आपूर्ति में सुगमता रहेगी।

1201 हेक्टेयर भूमि की जाएगी अधिग्रहीत

99 किलोमीटर जिले की सीमा में गुजरेगा एक्सप्रेस-वे 

गंगा एक्‍सप्रेस वे एक नजर  उत्तर प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए जनपद मेरठ से प्रारम्भ होकर जनपद प्रयागराज तक पूर्णतः प्रवेश नियंत्रित गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण प्रस्तावित है। प्रारम्भिक बिन्दुः- मेरठ-बुलन्दशहर मार्ग (राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-334) पर जनपद मेरठ के बिजौली ग्राम के समीप से समापन बिन्दुः- प्रयागराज बाइपास (राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-19) पर जनपद प्रयागराज के जुदापुर डाँडो ग्राम के समीप। आच्छादित जनपदः- मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज। आच्छादित ग्रामों की संख्याः- 529 आवश्यक भूमिः- लगभग 7800 हेक्टेयर

chat bot
आपका साथी