Gandhi Jayanti 2021: गांधी जयंती पर इस बार कुछ विशेष करने जा रहा रेलवे, खंगाला गया यात्रा का रिकार्ड
Gandhi Jayanti 2021 मोहनदास करमचंद गांधी महात्मा गांधी की जयंती को भारतीय रेल इस बार विशेष तरीके से मनाएगा। गांधी जयंती के अवसर पर रेलवे ट्रेन से गांधी जी की यात्रा का वृत्तांत प्रस्तुत करेगा। इसके लिए रेलवे ने पूरे देश में उनकी यात्रा का ब्यौरा खंगाला है।
लखनऊ, जेएनएन। दो अक्टूबर को मोहनदास करमचंद गांधी 'महात्मा गांधी' की जयंती को भारतीय रेल इस बार विशेष तरीके से मनाएगा। गांधी जयंती के अवसर पर रेलवे ट्रेन से गांधी जी की यात्रा का वृत्तांत प्रस्तुत करेगा। इसके लिए रेलवे ने पूरे देश में उनकी यात्रा का ब्यौरा खंगाला है। महात्मा गांधी रेल से गहरा नाता रहा है। वह जहां भी जाते थे रेलवे के माध्यम से ही जाते थे। साउथ अफ्रीका में ट्रेन से धक्का देकर उतारा गया था। 7 जून, 1893 के दिन स्टेशन से उठकर गांधी जी ने पूरी रात वेटिंग रूम में बिताई और वहीं से सत्याग्रह की नींव रख दी।
रेलवे इस बार गांधी जयंती पर कुछ विशेष करने जा रहा है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने ट्रेन से कब-कब और कहां तक सफर किया इसकी जानकारी जुटाई गई है। आजादी के पहले अधिकांश आंदोलनकारी ट्रेनें से सफर करते थे, लेकिन अंग्रेज इसको रिकार्ड में नहीं रखते थे। महात्मा गांधी के कुछ ट्रेन यात्रा की जानकारी तो है, लेकिन अधिकांश यात्रा के बारे में जानकारी नहीं है। स्टेशन मास्टरों से स्टेशन डायरी की तलाश करने का आदेश दिया। साथ ही स्वतंत्रता संग्राम सेनानी द्वारा लिखित डायरी व पुस्तक का भी अध्ययन करना शुरू किया। इसके बाद ये तथ्य सामने आए हैं। उन्होंने अफ्रीका से लौटने के तुरंत बाद मुंबई से हरिद्वार तक ट्रेन से सफर किया था।
जांच में जो तथ्य सामने आए हैं कि अफ्रीका से लौटने के बाद महात्मा गांधी वर्ष 1915 में मुंबई से हरिद्वार तक ट्रेन से आए थे। हरिद्वार में गुरुकुल में देश भक्तों और स्वामी श्रद्धानंद से मिले थे और कुंभ मेले में भी शामिल हुए। वर्ष 1927 में हरिद्वार आए थे और देहरादून, मसूरी अल्मोड़ा भी गए थे। 13 अक्टूबर, 1927 में महात्मा गांधी धामपुर आए थे। गांधी जी ने सभा को संबोधित किया था और शाम को मुरादाबाद से हरिद्वार जाने वाली ट्रेन में सवार होकर हरिद्वार गए थे। इसका जिक्र स्वतंत्रता संग्राम सेनानी चरण सिंह सुमन द्वारा लिखित पुस्तक में मिलता है।
इसी तरह से 1946 में रेल मंडल के शाहजहांपुर स्टेशन पर आए थे। महात्मा गांधी ट्रेन से कोलकाता में दंगे शांत कराने जा रहे थे। ट्रेन रुकते ही गांधी शाहजहांपुर स्टेशन पर उतरे थे और स्थानीय लोगों से मिलने के बाद चले गए थे। प्रवर मंडल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह ने बताया कि रिपोर्ट तैयार करके उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी को भेज दी गई है। मुरादाबाद रेल मंडल के रामपुर, गढ़मुक्तेश्वर महात्मा गांधी आए थे, लेकिन ट्रेन से आने के प्रमाण नहीं मिले हैं।