स्मार्ट पार्किंग अधूरी, पूरा कराने को मुख्यमंत्री से अपील

कानून एवं विधि मंत्री ब्रजेश पाठक ने लिखा पत्र कैसरबाग में चकबस्त कोठी परिसर में निर्माण प्रस्तावित अब स्मार्ट सिटी बोर्ड की मुहर का इंतजार।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 04 Dec 2020 01:39 AM (IST) Updated:Fri, 04 Dec 2020 01:39 AM (IST)
स्मार्ट पार्किंग अधूरी, पूरा कराने को मुख्यमंत्री से अपील
स्मार्ट पार्किंग अधूरी, पूरा कराने को मुख्यमंत्री से अपील

लखनऊ : अधूरी स्मार्ट पार्किंग पूरी कराने के लिए अब मुख्यमंत्री से अपील की गई है। इस बाबत कानून एवं विधि मंत्री ब्रजेश पाठक ने पत्र लिखा है। हालांकि, उम्मीद यह भी है कि आठ दिसंबर को स्मार्ट सिटी बोर्ड की प्रस्तावित बैठक में कैसरबाग स्थित चकबस्त कोठी परिसर की अधूरी व्यावसायिक बिल्डिंग के साथ मल्टी लेवल स्मार्ट पार्किंग के निर्माण का भी रास्ता साफ होगा।

चकबस्त कोठी परिसर में करीब तीन साल पहले व्यावसायिक भवन का निर्माण शुरू हुआ था लेकिन, आवस्थापना निधि से मिली रकम रुकने से काम बंद हो गया। अब वहां जंगल जैसा नजारा है। छतों तक पर पौधे उग आए हैं। हालांकि, अधूरी बिल्डिंग निर्माण के लिए स्मार्ट सिटी बोर्ड से 10 करोड़ देने का भी निर्णय हुआ था। साथ ही प्रस्तावित सात मंजिला बिल्डिंग को तीन तक सीमित कर वहां मल्टी लेवल स्मार्ट पार्किंग बनाने पर भी सहमति बनी मगर, यह कवायद परवान नहीं चढ़ सकी। अधिकारी बदलने से तय राशि अटक गई। अब मध्य विधानसभा क्षेत्र से विधायक और कानून व विधि मंत्री ब्रजेश पाठक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अधूरा निर्माण चालू कराने की अपील की है।

कब होगा पूरा निर्माण

कैसरबाग क्षेत्र में वकीलों से लेकर आसपास के निवासी अधूरा निर्माण पूरा होने की आस लगाए बैठे हैं। दरअसल, यहां कचहरी और रजिस्ट्री कार्यालय होने से वाहनों का दबाव रहता है। सड़कों पर वाहन खड़े रहने से जाम लगता है। योजना थी कि बिल्डिंग के कुछ तल पार्किंग के लिए और ऊपरी तल का उपयोग व्यवसायिक गतिविधियों के लिए रहेगा, जिससे नगर निगम को भी आय होती।

बार ने मंत्री से की थी शिकायत

सेंट्रल बार एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अमरेश पाल ने अधूरे निर्माण से होने वाली दिक्कतों की शिकायत मंत्री ब्रजेश पाठक से की थी। इसके बाद ही उन्होंने मुख्यमंत्री तक मामला पहुंचाया है।

बिल्डिंग का क्षेत्र 5167. वर्गमीटर

निर्माण की लागत 36.29 करोड़ रुपये

अभी खर्च हो चुके हैं 15 करोड़ रुपये

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