President in Lucknow: 72 किलोमीटर पटरी की हुई स्क्रीनिंग, 28 को इसी रूट से लखनऊ आएंगे राष्ट्रपति
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कानपुर से लखनऊ तक प्रेसीडेंशियल ट्रेन के सफर से पटरियों की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जाएगा। इसमें रेलवे का आधुनिक सुविधाओं से लैस दृष्टि को तैनात किया गया है। दृष्टि में लगे उच्च क्षमता वाले कैमरों से पटरियों के दोनों ओर की रिकॉर्डिंग की जाएगी।
लखनऊ, जेएनएन। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के कानपुर सेंट्रल से लखनऊ तक प्रेसीडेंशियल ट्रेन के सफर से पटरियों के आसपास की सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जाएगा। इसमें रेलवे का आधुनिक सुविधाओं से लैस निरीक्षण यान दृष्टि को भी तैनात किया गया है। दृष्टि में लगे उच्च क्षमता वाले कैमरों से पटरियों के दोनों ओर की रिकॉर्डिंग की जाएगी। दृष्टि से ही एसपी रेलवे सौमित्र यादव सहित कई रेलवे, आरपीएफ और पुलिस के अधिकारी कानपुर के लिए रवाना हुए।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रेसीडेंशियल ट्रेन से 25 जून को दिल्ली के सफदरगंज से कानपुर सेंट्रल के लिए रवाना होंगे। उनकी ट्रेन कानपुर देहात के झिंझक व रूरा रेलवे स्टेशन पर रुकेगी। यहां वह स्कूल के दिनों के पुराने मित्रों से मुलाकात करेंगे। कानपुर में अपने प्रवास के बाद वह 28 जून को कानपुर सेंट्रल से लखनऊ रवाना होंगे। कानपुर से लखनऊ की दूरी 72 किलोमीटर की होगी। उनके आगमन से पहले रेलवे ने जहां गुरुवार को दिल्ली सफदरगंज से कानपुर रेलखंड पर स्पेशल ट्रेन चलाकर ट्रायल किया। वहीं दूसरी ओर रेलवे कानपुर से लखनऊ तक ट्रायल करेगा। कानपुर से लेकर उन्नाव होते हुए लखनऊ तक राह में पडऩे वाली सभी रेलवे क्रासिंग पर संबंधित थानों की पुलिस तैनात की जाएगी। गंगा की छमक नाली, सई नदी सहित सभी पुलों पर भी आरपीएफ के साथ स्थानीय पुलिस निगरानी करेगी। कानपुर लखनऊ रेलखंड पर पटरियों की मरम्मत का काम तेज कर दिया गया है। जिससे 28 जून को इस सेक्शन पर किसी तरह के कॉशन का सामना न करना पड़े। आसपास दोनों ओर स्थित घनी बस्तियों पर पुलिस और आरपीएफ की विशेष नजर होगी। असूचना इकाईयों को भी क्षेत्रों की निगरानी के साथ रिपोर्ट देने को कहा गया है। वहीं चारबाग स्टेशन परिसर में राष्ट्रपति के आगमन से पहले सड़कों की मरम्मत का काम किया जा रहा है।