मानव संपदा पोर्टल पर 31 जुलाई तक न दर्ज हुआ यूपी के शिक्षकों का ब्योरा तो रुकेगा वेतन

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया कि यदि 31 जुलाई तक शिक्षकों का डेटा दर्ज नहीं हुआ तो इसके लिए शिक्षक के साथ संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी भी जिम्मेदार होंगे।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Thu, 16 Jul 2020 10:14 PM (IST) Updated:Thu, 16 Jul 2020 10:14 PM (IST)
मानव संपदा पोर्टल पर 31 जुलाई तक न दर्ज हुआ यूपी के शिक्षकों का ब्योरा तो रुकेगा वेतन
मानव संपदा पोर्टल पर 31 जुलाई तक न दर्ज हुआ यूपी के शिक्षकों का ब्योरा तो रुकेगा वेतन

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा विभाग ने मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों व कर्मचारियों के सेवा विवरण की डेटा फीडिंग और अपलोड किए जा चुके डेटा के सत्यापन की समयसीमा को बढ़ाकर 31 जुलाई कर दिया है। बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ.सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने गुरुवार को सभी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को इस बारे में निर्देश जारी करने के साथ चेताया है कि यदि 31 जुलाई तक सभी शिक्षकों का डेटा दर्ज नहीं हुआ और पहले अपलोड हो चुके डेटा का सत्यापन नहीं कराया गया तो इसके लिए शिक्षक के साथ संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी भी जिम्मेदार होंगे।

बेसिक शिक्षा निदेशक ने कहा कि 31 जुलाई के बाद मानव संपदा पोर्टल लॉक हो जाएगा। जिन शिक्षकों का डेटा अपलोड या सत्यापित नहीं होगा, उनका और संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी का वेतन भुगतान नहीं होगा। शिक्षक के साथ खंड शिक्षा अधिकारी के खिलाफ भी अनुशासनिक कार्यवाही होगी। मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों के सेवा विवरण को अपलोड करने के बारे में बेसिक शिक्षा विभाग को समयसीमा चौथी बार बढ़ानी पड़ी है। बेसिक शिक्षा निदेशक ने इस काम में ढिलाई पर नाराजगी जतायी है।

मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों और कर्मचारियों के शैक्षिक अभिलेख, पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि अपलोड किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार की योजना के तहत शिक्षकों और कर्मचारियों को वेतन भुगतान इसी पोर्टल से होगा। शिक्षकों को अपना सेवा विवरण इस पोर्टल पर अपलोड करना है और यदि इसमें उनसे कोई गलती होती है तो सत्यापन करके इस त्रुटि को दूर करने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा।

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