बलरामपुर में तीन तलाक ने उजाड़ दी राबिया की दुनिया, अब शारीरिक शोषण करने को देवर बना रहे हलाला का दबाव
राबिया का कहना है कि उसकी बेटी अनाबिया दिव्यांग है जबकि बेटा अल्तमश ठीक से बोल नहीं पाता है। शादी के बाद से ही ससुराल के लोग दहेज कम लाने का ताना देते थे। अब पति ने तीन तलाक देकर घर से भगा दिया।
बलरामपुर, संवाद सूत्र। ‘तलाक...तलाक...तलाक’, शौहर के मुंह से निकले इन तीन शब्दों से एक पल में बीवी की मानों दुनिया ही लुट गई। यही नहीं, दो दिव्यांग मासूम बच्चों से भी पिता का नाता टूट गया। बीवी मासूमों की दुहाई देकर गिड़गिड़ाती रही, लेकिन शौहर व सुसरालजन का दिल नहीं पसीजा। दहेज व दिव्यांग बच्चों का ताना देकर उसे धक्के मारकर घर से निकाल दिया गया। क्रूरता की हद तो तब हो गई जब उसके देवर शारीरिक शोषण करने के लिए हलाला का दबाव बनाने लगे। अब पीड़िता न्याय की फरियाद लेकर दर-दर भटक रही है।
यह किसी फिल्म की कहानी नहीं बल्कि तुलसीपुर के लाल चौराहा निवासिनी रफ्फत राबिया की आपबीती है। उसके पति नगर कोतवाली के गाेविंदबाग निवासी आदिल अहमद ने सख्त कानून को ठेंगा दिखाते हुए पत्नी को तीन तलाक देकर रिश्ता तोड़ दिया। अब राबिया दिव्यांग बेटी पांच वर्षीया अनाबिया व डेढ़ साल के अल्तमश को लेकर दर-दर की ठोकरें खा रही है।
दहेज ने तबाह की जिंदगी : राबिया का कहना है कि उसकी बेटी अनाबिया दिव्यांग है, जबकि बेटा अल्तमश ठीक से बोल नहीं पाता है। शादी के बाद से ही ससुराल के लोग दहेज कम लाने का ताना देते थे। 17 जुलाई को अतिरिक्त दहेज में 10 लाख रुपये की मांग व दिव्यांग बच्ची का ताना देकर पति आदिल, देवर जमील अहमद, अकील अहमद, सास नजमा, ननद रुखसाना, देवरानी फातिमा ने मारा पीटा। पति ने तीन तलाक देकर घर से भगा दिया। तब से पीड़िता बच्चों को लेकर भटक रही है।
क्रूरता की हद : राबिया ने बताया कि बुधवार को शौहर आदिल अहमद लाल चौराहा तुलसीपुर आया। उसने गालियां देते हुए अभद्रता की। देवर जमील अहमद व अकील अहमद ने कहा कि हमारे साथ हलाला कर लो, फिर हम तुम्हारा आदिल से पुन: निकाह करा देंगे। नगर पालिका चेयरमैन को अपना करीबी बताकर जान से मारने की धमकी दी।
बख्शे नहीं जाएंगे आरोपित : एसपी हेमंत कुटियाल का कहना है कि नगर कोतवाल को मामले की जांच कर मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। आरोपित कितनी भी पहुंच वाले क्यों न हो, बख्शे नहीं जाएंगे।