बांग्लादेश व म्यांमार से महिलाओं की तस्करी करने वाले गिरोह का 1 और सदस्य गिरफ्तार, UP ATS ने हैदराबाद से दबोचा

बांग्लादेश व म्यांमार से रोहिंग्या महिलाओं और बच्चों की तस्करी भारत में की जा रही है। उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी एटीएस) ने मानव तस्करी में लिप्त ऐसे ही गिरोह के एक और सदस्य को आरोपितों को गिरफ्तार किया है।

By Umesh TiwariEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 05:57 PM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 09:29 PM (IST)
बांग्लादेश व म्यांमार से महिलाओं की तस्करी करने वाले गिरोह का 1 और सदस्य गिरफ्तार, UP ATS ने हैदराबाद से दबोचा
यूपी एटीएस के हत्थे चढ़ा एक और रोहिंग्या

लखनऊ, जेएनएन। बांग्लादेश व म्यांमार से रोहिंग्या महिलाओं और बच्चों की तस्करी भारत में की जा रही है। उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ता (यूपी एटीएस) ने मानव तस्करी में लिप्त ऐसे ही गिरोह के एक और सदस्य को आरोपितों को गिरफ्तार किया है। पूर्व में यूपी एटीएस इस गिरोह के पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर चुकी है। पूछताछ में तेलंगाना में रह रहे मो. इस्माइल का नाम सामने आया था। इस सूचना के आधार पर यूपी एटीएस ने वहां से उसे दबोच लिया। उससे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।

यूपी एटीएस) ने रोहिंग्या किशोरियों की तस्करी करने वाले गिरोह के एक और सक्रिय सदस्य मु.इस्माइल को हैदराबाद से गिरफ्तार किया है। इस्माइल गिरोह के सरगना मु.नूर का बेहद करीबी है और बांग्लादेश व म्यांमार के नागरिकों को अवैध ढंग से सीमा पार कराने में लिप्त था। एटीएस ने इस्माइल को हैदराबाद से ट्रांजिट रिमांड पर लखनऊ लाकर कोर्ट में पेश किया। आरोपित को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है। एटीएस अब उसे पुलिस रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।

एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार का कहना है कि मु.इस्माइल अंतरराष्ट्रीय मानव तस्कर गिरोह का सक्रिय सदस्य है। वह हैदराबाद बहादुरपुरा क्षेत्र की प्रिंस कालोनी में रह रहा था। मु.नूर व उसके साथियों से पूछताछ में इस्माइल की भूमिका सामने आई थी। आशंका है कि इस्माइल के तार हवाला कारोबारियों से भी जुड़े हैं। वह लंबे समय से नूर के संपर्क में था। इस्माइल मूलरूप से म्यांमार का निवासी है, जिसने कुछ साल पहले फर्जी दस्तावेजों के जरिए अपनी पहचान बदल ली थी।

इस्माइल ने एक किशोरी से शादी कर ली थी, जिसे बंगाल में रेलवे पुलिस ने पकड़ा था। किशोरी से शादी करने के मामले में वह जेल गया था और करीब सात साल की सजा काटने के बाद बाहर आया था। जेल से छूटने के बाद इस्माइल शरणार्थी कैंप में जाने के बजाए हैदराबाद भाग गया था और वहां पहचान बदलकर रह रहा था। उसने अपना आधारकार्ड भी बनवा लिया था। आइजी एटीएस का कहना है कि पूछताछ मेें सामने आया कि नूर जिन दो रोहिंग्या किशोरियों को त्रिपुरा से तस्करी कर लाया था, उनमें एक की शादी इस्माइल से कराने का सौदा हुआ था। एटीएस कई और बिंदुओं पर छानबीन कर रही है।

बता दें कि एटीएस ने मानव तस्करी गिरोह के सरगना बांग्लादेश निवासी मुहम्मद नूर उर्फ नूरुल इस्लाम, उसके साथी म्यांमार निवासी रहमतउल्ला व शबीउर्रहमान उर्फ शबीउल्लाह को गिरफ्तार किया था। उनके कब्जे से तस्करी कर लाई गईं दो रोहिंग्या किशोरियों को मुक्त कराया था। एटीएस ने इसके बाद म्यांमार के निवासी दो रोहिंग्या को बरेली से गिरफ्तार किया था। दोनों को घुसपैठ कराकर नूर ही यहां लाया था। एटीएस नूर के नेटवर्क से जुड़े कुछ अन्य लोगों के बारे में गहनता से छानबीन कर रही है।

chat bot
आपका साथी