DR Sugestions on Coronavirus: ठीक होने के बाद भी इस्तेमाल कर सकते हैं होम आइसोलेशन का टूथब्रश
DR Sugestions on Coronavirus इंटरनेट मीडिया पर तमाम मैसेज चलते रहे हैं कि टूथब्रश टंग क्लीनर शेविंग किट और कपड़े-बर्तन से दोबारा संक्रमण हो सकता है। वहीं विशेषज्ञों के अनुसार होम आइसोलेशन की चीजें बदलने के पीछे कोई वैज्ञानिक तथ्य नहीं है।
लखनऊ, [कुमार संजय]। होम आइसोलशन में रहकर कोरोना से ठीक होने वालों और उनके परिवार के मन में एक भ्रम रहता कि इस्तेमाल की हुई चीजों को बदल दिया जाए। इंटरनेट मीडिया पर तमाम मैसेज चलते रहे हैं कि टूथब्रश, टंग क्लीनर, शेविंग किट और कपड़े-बर्तन से दोबारा संक्रमण हो सकता है। इन सब अटकलों पर विराम लगाते हुए विशेषज्ञों ने कहा है कि इन सब बातों का कोई मतलब नहीं और इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।
जानें मुख्य बातें कोरोना वायरस प्लास्टिक पर 72 घंटे से अधिक नहीं टिकता है। वायरस को 60 डिग्री तापमान पर गर्म पानी में रख दिया जाए तो नष्ट हो जाता। आप अपना टूथब्रश, शेविंग ब्रश और किट बदल दें, इन सब बातों का कोई मतलब नहीं है। इतना जरूर करें जो कपड़े सामान इस्तेमाल किए हैं उसे साबुन और पानी से अच्छी तरह धुल लें। एहतियात के तौर पर संक्रमण खत्म के बाद भी साफ-सुथरे कमरे में आइसोलेशन में रहें। मास्क लगाएं, हाथ धुलते रहें। परिवार के बीच कम से कम दस दिन न बैठें। कोरोना संक्रमण ठीक होने के 20 से 25 दिन तक अलग वॉशरूम का इस्तेमाल करें। माउथवॉश और बीटाडीन गार्गल करें, यह मुंह में वायरस को कम करने में सहायक है। माउथवॉश नहीं होने पर गर्म पानी में नमक डालकर कुल्ला करना चाहिए। दो बार ब्रश जरूर करना चाहिए। संक्रमण के दौरान भी टूथ ब्रश जो इस्तेमाल कर रहे हैं, उसे बहुत अच्छी तरह से साफ करके रखें। ब्रश करने के बाद उसे सैनिटाइजर या गर्म पानी साबुन से साफ करके रखें। अपना कंघा, तौलिया कपड़े बर्तन और बिस्तर भी धुलकर दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं।
क्या कहते हैं डॉक्टर मैं खुद कोरोना संक्रमित होकर होम आइसोलेशन में ठीक हुआ और अपनी हर वस्तु का इस्तेमाल कर रहा हूं। बाकी कोई अपना टूथ ब्रश बदलना चाहे तो यह उसकी मर्जी, लेकिन इसको लेकर जो फैलाया जा रहा है वो भ्रम है। - प्रो. अतुल गर्ग, माइक्रोबायोलॉजिस्ट एवं वायरोलॉजिस्ट, संजय गांधी पीजीआइ। कोविड संक्रमण से बचने के लिए एहतियात बरतना बेहद जरूरी है। रही टूथ ब्रश बदलने की इसके पीछे कोई वैज्ञानिक तथ्य तो नहीं है। हर दो से तीन महीने पर ब्रश बदल देना चाहिए। कई बार ब्रश कड़ा हो जाता है जिससे मसूड़े छिलने की परेशानी हो जाती है। -डॉ. सचिन श्रीवास्तव, सदस्य, इंडियन डेंटल एसोसिएशन।