Coronavirus Lucknow News: दवा के इंतजार में कोरोना संक्रमित हो गए निगेटिव
Coronavirus Lucknow News बाजार में भी आईवर मेक्टिन का संकट खरीद के लिए लगा रहे चक्कर ।
लखनऊ, (संदीप पांडेय)। विभूति खंड निवासी अजीत समेत चार सदस्य एक अगस्त को कोरोना पॉजिटिव आए। सभी होम आइसालेशन में रहे। दोबारा टेस्ट में अजीत निगेटिव हो चुके हैं। मगर, अभी तक सरकारी दवा घर नहीं पहुंची है और न ही किसी ने फोन कर पूछा है। ऐसे में सिस्टम को लेकर उनमें आक्रोश है।
इसी तरह जानकीपुरम निवासी आकाश के पिता की अचानक सांस फूलने लगी। अस्पताल ले जाते वक्त रास्ते में ही उनकी मौत हो गई थी। मम्मी की जांच कराई। आठ दिन पहले उनमें कोरोना पॉजिटिव आया। अब वह निगेटिव हो चुकी हैं। दवा गुरुवार को पहुंची है। ऐसे में उनमें भी आक्रोश है।
कोरोना मरीजों को होम आइसोलेशन नीति रास आ रही है। ऐसे में बिना लक्षण वाले करीब सात हजार मरीजों ने घर पर उपचार का फैसला किया है। उसमें 2600 से अधिक बीमारी को मात भी दे चुके हैं। मगर, स्वास्थ्य विभाग का लचर सिस्टम उन्हें दुश्वारियां का सामना करा रहा है। घर में आइसोलेट मरीजों को सरकारी दवा के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा है। उन्हें समय पर दवा नहीं पहुंच पा रही हैं। वहीं बाजार में एकाएक डिमांड बढ़ने से आईवर मेक्टिन टैबलेट का संकट बढ़ गया है। लिहाजा, परिवारजन शहर के कई मेडिकल स्टोरों की खाक छान रहे हैं। उधर, घर में आइसोलेट रहे मरीजों में अब वायरस निगेटिव होने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इन मरीजों के यहां अब स्वास्थ्य विभाग की टीम दवा लेकर पहुंच रही हैं। देरी से दवा ले कर आने पर कर्मियों को आक्रोश का सामना भी करना पड़ रहा है।
सिर्फ 433 मरीजों को पहुंची दवा
राज्य में 21 जुलाई से कोरोना मरीजों के लिए होम आइसोलेशन नीति लागू की गई है। 26 जुलाई से संक्रमितों को मुफ्त दवा पहुंचाने का दावा किया गया है। गुरुवार दोपहर तक सिर्फ 433 मररीजों को ही दवा भेजी जा सकी है। डिस्ट्रिक सर्विलांस ऑफीसर- कोविड डॉ. ए राजा के मुताबिक सभी सीएचसी-अर्बन पीएचसी पर दवा पहुंच गई है। रैपिड रिस्पांस टीम बना दी गई है। यह टीम मरीज के घर-घर शीघ्र दवा पहुंचाने का काम करेगी। वहीं दवा न मिलने पर 0522-3515700 नंबर पर संपर्क करें।
सात दवाओं की अचानक बढ़ गई खपत
होम आइसोलेशन से सात दवाओं की अचानक खपत बढ़ गई है। ऐसे में आईवरमेक्टिन टैबलेट का संकट छा गया है। यह दवा मरीज के साथ-साथ संपर्क में आए परिवारजनों को भी खाना है। लखनऊ दवा विक्रेता वेलफेयर समिति के अध्यक्ष विनय शुक्ला के मुताबिक पहले आईवर मेक्टिन की माहभर में दस हजार के करीब टैबलेट की बिक्री होती थी। वहीं कोविड की गाइड लाइन में शामिल होने के बाद हर रोज दस हजार टैबलेट बिक रही है। ऐसे में कुछ स्टोर पर दवा की आपूर्ति नहींं हो सकी। अगले सप्ताह कंपनियां पर्याप्त दवा की आपूर्ति कर देंगी। इसके अलावा डॉक्सी साइक्लीन, हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन, एजिथ्राे माइसिन, जिंंक, विटामिन-सी व विटामिन-डी थ्री की बिक्री बढ़ गई है।