कोरोना का खात्मा करेंगे 'आर्टिमिसिया एनुआ' के नैनो पार्टिकल, पत्तियों से बनेगा हर्बल टैबलेट

औषधीय पौधे आर्टिमिसिया एनुआ के के चार यौगिकों में मिली कोरोना वायरस को नष्ट करने की शक्ति बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की रिसचर्स में खुलासा पत्तियों से हर्बल टैबलेट बनाने की तैयारी।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 08 Jul 2020 03:50 PM (IST) Updated:Wed, 08 Jul 2020 03:50 PM (IST)
कोरोना का खात्मा करेंगे 'आर्टिमिसिया एनुआ' के नैनो पार्टिकल, पत्तियों से बनेगा हर्बल टैबलेट
कोरोना का खात्मा करेंगे 'आर्टिमिसिया एनुआ' के नैनो पार्टिकल, पत्तियों से बनेगा हर्बल टैबलेट

लखनऊ [रूमा सिन्हा]। मलेरिया और कई अन्य गंभीर रोगों के उपचार में अपनी ताकत दिखा चुके औषधीय पौधे आर्टिमिसिया एनुआ के यौगिकों में कोविड-19 वायरस को चौतरफा नष्ट करने की प्रभावी सक्रियता पाई गई है। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के वैज्ञानिकों ने तमाम औषधीय गुणों से भरपूर आर्टिमिसिया एनुआ की पत्तियों में मौजूद फ्लैवेनॉयड समेत चार यौगिकों (बायोटिक कंपाउंड व डेरिवेटिव) की पहचान की है, जो कोरोना वायरस को तीन तरफ से घेरकर पूरी तरह निष्क्रिय करने में सक्षम पाए गए हैं।

जनरल में प्रकाशित होगा शोध

बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (बीएचयू) के वनस्पति विज्ञान विभाग की प्रोफेसर डॉ. शशि पांडेय ने बताया कि चूंकि आर्टिमिसिया एनुआ के पौधे में तलाशे गए ये यौगिक काफी कम मात्रा में मिलते हैं, इसलिए इनको संश्लेषित कर नैनो कण विकसित किए गए हैं, जिससे कम मात्रा में ही यह यौगिक प्रभावी साबित हो सकें। अब कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आर्टिमिसिया एनुआ से हर्बल टैबलेट तैयार कर बाजार में उतारने की कोशिश की जा रही है। इसके लिए स्टार्ट अप ने भी रुचि दिखाई है। शोध पत्र को स्प्रिंगर के वायरस डिजीज जनरल में प्रकाशन करने के लिए भेजा गया है। पिछले 15 वर्ष से पहले सीमैप और अब बीएचयू में आर्टिमिसिया पौधे पर शोध कर रहीं प्रो. शशि पांडेय बताती हैं कि इस औषधीय पौधे को मलेरियारोधी आर्टिमिसिनिन के लिए भी जाना जाता है। 

ऐसे काम करेगा बायो कंपाउंड

प्रो. पांडेय बताती हैं कि कोरोना वायरस के जीनोम पर आर्टिमिसिया एनुआ के यौगिकों के प्रभाव को परखा गया। इसमें पाया गया कि चारों यौगिक एक मल्टीपल कंपाउंड के रूप में वायरस के विभिन्न भागों पर तीन तरह से वार करते हैं। सबसे पहले वायरस का जो प्रोटीन स्पाइक्स मानव रिसेप्टर से जुड़कर शरीर में वायरस को प्रवेश कराता है, उसको यह कंपाउंड निष्क्रिय करते हैं। साथ ही वायरस के आरएनए रेप्लीकेशन, जो शरीर में वायरस की संख्या को बढ़ाते हंै, उन्हें रोकते हैं। इसके अलावा इसके कंपाउंड वायरस की बाहरी कोङ्क्षटग (कैसकिड) पर हमला कर उसे भी क्षतिग्रस्त कर देते हैं। इस प्रकार यह कंपोजिट बायोटिक कंपाउंड तीन तरह से कोरोना वायरस पर आक्रमण करने में कारगर पाए गए हैं।

चीन में भी चल रहा शोध

प्रो. शशि पांडेय ने बताती हैं कि कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए दुनियाभर में कोशिशें जारी हैं। आर्टिमिसिया एनुआ में कोविड-19 के विरुद्ध सक्रियता को देखते हुए ही चीन भी इस पर शोध कर रहा है। वहीं, मेडागास्कर में तो लोगों को इसकी पत्तियों का काढ़ा बनाकर पीने की भी सलाह दी जा रही है। हालांकि, उबालने से इसके यौगिक तुरंत विघटित हो जाते हैं, जिससे लाभ नहीं मिलता। यही वजह है कि वैज्ञानिक इससे हर्बल टैबलेट बनाने की कोशिश में हैं। 

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