हालमार्क की व्‍यवस्‍था से खत्‍म होगा बड़े छोटे शोरूम का अंतर; उपभोक्‍ताओं से ठगी के मामले होंगे कम

हॉलमार्क होने के कारण अब छोटे और बड़े शोरूम के बीच का अंतर खत्म हो जाएगा। शुद्धता के दावों को लेकर जो बड़े ज्वेलर्स ग्राहकों से प्रति दस ग्राम पांच से सात हजार रुपया की अतिरिक्त वसूली करते थे अब उस पर भी ब्रेक लगेगा।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Mon, 26 Jul 2021 08:21 AM (IST) Updated:Mon, 26 Jul 2021 04:54 PM (IST)
हालमार्क की व्‍यवस्‍था से खत्‍म होगा बड़े छोटे शोरूम का अंतर; उपभोक्‍ताओं से ठगी के मामले होंगे कम
अब शुद्धता के नाम पर अतिरिक्त पैसा नहीं ले पाएंगे शोरूम।

लखनऊ [नीरज मिश्र]। बनवाई और सोने की शुद्धता के नाम पर ग्राहकों से की जा रही ठगी अब आसान नहीं होगी। वजह यह है कि हॉलमार्क विभाग ने अब 20, 23 और 24 कैरेट को भी मान्यता दे दी है। हॉलमार्क होने के कारण अब छोटे और बड़े शोरूम के बीच का अंतर खत्म हो जाएगा। शुद्धता के दावों को लेकर जो बड़े ज्वेलर्स ग्राहकों से प्रति दस ग्राम पांच से सात हजार रुपया की अतिरिक्त वसूली करते थे अब उस पर भी ब्रेक लगेगा।

पहले 14 से 16 कैरेट को थी मान्यता: अभी तक हॉलमार्क विभाग ने 14, 18 और 22 कैरेट के सोने को ही शुद्धता की कसौटी पर खरा मान रहा था। प्योरिटी बढऩे और हॉलमार्किंग व्यवस्था पटरी पर आने का लाभ अब ग्राहकों को सीधे तौर पर होगा।

ये होगा ग्राहकों को लाभ: 

तय कैरेट के हिसाब से ग्राहक को शुद्ध ज्वेलरी मिल सकेगी। शुद्धता की गारंटी हॉलमार्क से होगी और ग्राहकों को शुद्ध सोना मिलेगा। बिना हॉलमार्क बिक्री जेवरात नहीं बेचे जा सकेंगे। इससे ज्वेलरी में मिलावट पर ब्रेक लगेगा। सर्राफा कारोबारियों की चिंताएं बढ़ी, 31 जुलाई तक मांगा गया हॉलमार्क ज्वेलरी का ब्यौरा -31 जुलाई नजदीक है। हालमार्क विभाग ने ज्वेलरी का आइटमवार ब्योरा सभी कारोबारियों से मांगा है। कारोबारियों को 30 जून तक के जेवरातों के हॉलमार्क कराए जाने का पूरा सिजरा देना होगा। हॉलमार्क ज्वेलरी और एचयूआईडी कोड की तैयारियां अभी पूरी नहीं हैं। सर्राफा कारोबारियों की चिंताएं बढ़ गई हैं।

बोले व्यापारी

इब्जा ने एचयूआईडी कोड को लेकर मांगा समय, डीजी को लिखा पत्र: इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन के स्टेट प्रेसीडेंट अनुराग रस्तोगी ने बताया कि एचयूआईडी कोड में व्यापारियों के समक्ष कई दिक्कतें हैं। व्यापारियों में नाराजगी है कि कैसे इतने कम समय में सभी जेवरातों के छोटे और बड़े आइटम को लिखापढ़ी के दायरे में लाया जा पाएगा। व्यापार कम सिर्फ लिखापढ़ी में ही कारोबारी फंसे रहेंगे। संगठन ने हॉलमार्क के डीजी को पत्र लिखकर इसका समय बढ़ाए जाने की मांग की है। साथ ही इस विषय पर कारोबारियों से चर्चा किया जाना जरूरी है। शुद्धता के नए कैरेट की अधिसूचना जारी कर दी गई है।

ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्ड स्मिथ फेडरेशन के संयोजक विनोद महेश्वरी ने बताया कि एचयूआईडी कोड से इंस्पेक्टर राज लौटने वाला है। पहली जुलाई तक इसका सारा ब्योरा मांगा गया है। स्टॉक के सभी आभूषणों की हॉलमार्किंग कराया जाना आसान नहीं है।

अभी तक महज 800 लोगों ने ही कराया पंजीयन: अभी तक लखनऊ में करीब 800 लोगों ने हॉलमार्किंग के लिए पंजीयन कराया है। वहीं प्रदेश में भी तीन हजार के आसपास लोग पंजीकृत हो पाए हैं। जबकि लखनऊ में करीब ढाई से तीन हजार और प्रदेश में करीब पचास हजार व्यापारी हैं।

chat bot
आपका साथी