LDA Plot Scam: LDA की ट्रांसपोर्ट नगर योजना में फिर मिले आधा दर्जन फर्जी भूखंड, रिकार्ड से फाइल भी गायब

LDA Plot Scam लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) के दामन में दाग लगाने वाली ट्रांसपोर्ट नगर योजना में भूखंडों का हेरफेर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को छह भूखंड फिर सामने आए हैं इनकी रजिस्ट्री अगर सत्यापित कराई जाए तो यह फर्जी निकलेंगे।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 11:17 AM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 11:17 AM (IST)
LDA Plot Scam: LDA की ट्रांसपोर्ट नगर योजना में फिर मिले आधा दर्जन फर्जी भूखंड, रिकार्ड से फाइल भी गायब
LDA के आधा दर्जन भूखंडों की महीनों से जांच चल रही है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) के दामन में दाग लगाने वाली ट्रांसपोर्ट नगर योजना में भूखंडों का हेरफेर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को छह भूखंड फिर सामने आए हैं, इनकी रजिस्ट्री अगर सत्यापित कराई जाए तो यह फर्जी निकलेंगे। पहले चार भूखंड, फिर 10 भूखंड और अब फिर छह भूखंड सामने आए हैं। इसके अलावा आधा दर्जन भूखंडों की अभी तक महीनों से जांच चल रही है। नवंबर 2020 से लविप्रा ट्रांसपोर्ट नगर के फर्जी भूखंडों की तह तक नहीं पहुंच सकी।

तमाम प्रयासों के बाद सिर्फ चार भूखंड ऐसे मिले, जो गलत थे, इनमें तीन को नीलामी में लगाने की तैयारी है और चौथा कोर्ट में पहुंच गया है। ऐसे में एक बार फिर लविप्रा के दस करोड़ के भूखंड का मालिक कोई बना बैठा है। अब इसकी जांच भी लविप्रा कराएगा। कानपुर रोड योजना के ट्रांसपोर्ट नगर के भूखंड वाणिज्य है। इनकी हमेशा सबसे अधिक बाजार में डिमांड रही है। इन सब के पीछे काम करने वाले दलालों और बाबुओं तक लविप्रा के जांच कर रहे अफसर पहुंच नहीं सके। इसलिए हर दिन नए भूखंड घोटाले सामने खुलकर आ रहे हैं। सचिव लविप्रा ने एक बार फिर भूखंडों को दिखवाने की बात कही है। यही नहीं अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा ने अपनी जांच में इनको शामिल करने की बात कही है।

इन भूखंडों पर उठे सवालः जी 18/308 फेस टू, ई 73 फेस टू, एमजी वन फेस टू 240 वर्ग मीटर, एमजी टू फेस टू 240 वर्ग मीटर, एफ 34/308 है। इनकी जांच शुरू कर दी गई है। वहीं भूखंड संख्या सी 63, ई 301, ई 418 ए, एफ 249, एस 10/105, एस 10/106 है, इनके आवंटी का ना नाम मिल रहा और न फाइलें।

इनकी जांच सुस्त गति से चल रहीः ट्रांसपोर्ट नगर के भूखंड संख्या एफ 480, एफ 45/308, एफ 275, एफ 92, एफ 250, एफ 340, एफ 35 है। एफ 481 के आवंटी ने दावा किया है कि उनकी रजिस्ट्री सही है, हालांकि लविप्रा अभी तक जांच पूरी नहीं कर सका। इसके अलावा भूखंड संख्या एफ 301, एफ 361, एफ 181, जी 129, एफ 362 की जांच ही सुस्त गति से कर रहा है। लविप्रा का तर्क है कि कास्टिंग में पैसा सही जमा है, हालांकि सूत्र बताते हैं कि रजिस्ट्री फर्जी है और रजिस्ट्री आफिस से लविप्रा ने रजिस्ट्रियो को सत्यापित कराने की जरूरत नहीं समझी।

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