लखनऊ में प्राचीन गुलाचीन मंद‍िर के महंत पर हमला, गुरु भाई ने सि‍र पर मारा गड़ासा-गिरफ्तार

विकासनगर क्षेत्र स्थित प्राचीन गुलाचीन मंदिर में हुई घटना। महंत हरेराम खून से लथपथ होकर मौके पर ही धरासाई हो गए। गड़ासे की छीनाछपटी में केशवदास का हाथ कट गया। पुलिस ने आरोपित केशवदास को गिरफ्तार कर लिया है।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 07:04 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 07:04 PM (IST)
लखनऊ में प्राचीन गुलाचीन मंद‍िर के महंत पर हमला, गुरु भाई ने सि‍र पर मारा गड़ासा-गिरफ्तार
प्राचीन गुलाचीन मंदिर में महंत पर हमले के मामले में गिरफ्तार तपस्वी केशवदास।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। विकासनगर क्षेत्र स्थित प्राचीन गुलाचीन मंदिर में शुक्रवार सुबह महंत हरेराम (55) के सिर पर साधू तपस्वी केशवदास ने गड़ासे से वार कर दिया। वार से महंत हरेराम खून से लथपथ होकर मौके पर ही गिर पड़े। वहीं, परिसर में मौजूद अन्य लोगों ने हमलावर साधू को पकड़ लिया। गड़ासे की छीनाछपटी में केशवदास का हाथ कट गया। पुलिस ने आरोपित केशवदास को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक हरेराम गुलाचीन मंदिर के महंत हैं। इंस्पेक्टर विकासनगर आनंद तिवारी ने बताया कि आरोपित तपस्वी केशवदास मूल रूप से राजस्थान के टोंक जिले के थानवाला के रहने वाले हैं। वह हरेराम के गुरुभाई हैं। दोनों के बीच पुराना विवाद था। तीन दिन पहले केशवदास यहां आए थे। शुक्रवार सुबह उनकी विदाई थी। केशवदास के जाने की तैयारी चल रही थी इसी बीच उनका फिर किसी बात को लेकर हरेराम से विवाद हो गया। विवाद के दौरान केशवदास ने मंदिर परिसर में रखा गड़ासा उठाया और हरेराम के सिर पर वार कर दिया। हरेराम खून से लथपथ होकर मौके पर ही धरासाई हो गए।

केशवदास दूसरा वार करते तब तक मंदिर परिसर में खड़े अन्य लोगों ने उन्हें दबोच लिया। गड़ासा छीनने लगे जिसका केशवदास ने विरोध किया। छीनाछपटी में गड़ासे के पिछले हिस्से से उनका हाथ कट गया। गंभीर रूप से घायल हरेराम को ट्रामा ले जाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई। उधर, हमलावर केशवदास के खिलाफ हरेराम की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, घायल हरेराम ने इस संबंध में कोई भी बात करने से इंकार किया है।

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