गुड बेकरी पर पचास हजार का जुर्माना, लखनऊ नगर न‍िगम ने अवैध कब्जा हटाने काे दिया तीन दिन का समय

नगर निगम के जोनल अधिकारी चार सुजीत श्रीवास्तव ने बताया कि गुड बेकरी के मालिक को दुकान के सामने अवैध पार्किंग कर अतिक्रमण करने की नोटिस जारी की गई है। बेकरी वाले के पक्ष में अधिकारियों के फोन घनघनाने लगे लेकिन कार्रवाई नहीं रोकी गई।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Tue, 28 Sep 2021 10:56 PM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 12:47 AM (IST)
गुड बेकरी पर पचास हजार का जुर्माना, लखनऊ नगर न‍िगम ने अवैध कब्जा हटाने काे दिया तीन दिन का समय
सड़क पर अवैध पार्किंग चलाने के आरोप में बेकरी संचालक पर पचास हजार का जुर्माना लगाया गया है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। निशातगंज चौराहे पर जाम का कारण बनी दुकानों पर कार्रवाई की उल्टी गिनती चालू हो गई है। यहां चल रही गुड बेकरी के बाहर खड़े होने वाहनों से जाम लग रहा था और कई बार तो एंबुलेंस को भी आगे बढऩे के लिए इंतजार करना पड़ता था। दैनिक जागरण ने यहां के निवासियों के दर्द को प्रकाशित किया क्योंकि हर कोई बेकरी के बाहर लगने वाले जाम से परेशान था। पुलिस चौकी बगल में है लेकिन पुलिस वालें भी मौन रहते हैं। खबर छपने के बाद नगर निगम ने गुड बेकरी पर पचास हजार का जुर्माना लगाया तो वाहनों को हटाया गया। बेकरी वाले के पक्ष में अधिकारियों के फोन घनघनाने लगे लेकिन कार्रवाई नहीं रोकी गई।

मंगलवार सुबह ही नगर निगम की क्रेन वहां पहुंच गई और बाहर खड़े वाहनों को हटा लेने के लिए माइक से कहा गया लेकिन जब कुछ वाहन नहीं हटे तो सात को जब्त किया गया। नगर निगम के जोनल अधिकारी चार सुजीत श्रीवास्तव ने बताया कि गुड बेकरी के मालिक को दुकान के सामने अवैध पार्किंग कर अतिक्रमण करने की नोटिस जारी की गई है। नोटिस में कहा गया है कि नगर निगम अधिनियम 1959 की धारा 258 ए उत्तर प्रदेश प्रीवेन्शन ऑफ डेमिजेेज टू पब्लिक प्रापर्टीज एक्ट की धारा-तीन की धारा 268, 441 और 447 के अधीन संज्ञेय अपराध है। तीन दिन में अवैध कब्जों को हटाने का समय देते हुए कहा गया है कि सार्वजनिक स्थल को खाली कर दिया जाए। सड़क पर अवैध पार्किंग चलाने के आरोप में बेकरी संचालक पर पचास हजार का जुर्माना लगाया गया है।

सफाई कर्मि‍यों को द‍िए गए स्‍मार्ट फोन : सफाई कर्मचारियों की तैनाती में गड़बड़ी रोकने के लिए मंगलवार को महापौर संयुक्ता भाटिया ने स्मार्ट फोन बांटे। इस फोन से सफाईकर्मियों की उपस्थिति कार्यक्षेत्र में पहुंचते ही दर्ज हो जाएगी। पिछले दिनों ठेकेदारी प्रथा से तैनात सफाई कर्मचारियों का सत्यापन कराया गया था। इसमें कई ठेकेदारों ने फर्जी लोगों को खड़ा कर उन्हें सफाई कर्मी बताया था, लेकिन सत्यापन में 10,679 में से 7,284 सफाई कर्मी पाए गए थे। गायब कर्मचारियों को लेकर ठेकेदार के भुगतान को रोक दिया गया था। ड्यूटी पर मिले 7,284 सफाईकर्मियों की आनलाइन मोबाइल उपस्थिति के अनुसार ही वेतन का भुगतान होगा। महापौर ने कहा कि जल्द ही सभी सफाई कर्मचारियों को यह फोन दिए जाएंगे।

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