गोंडा के किसान ने तकनीक को बनाया हथियार, एक हेक्टेयर में 1662 क्विंटल गन्ने के साथ किया लहसुन का उत्‍पादन

गोंडा जिले के एक प्रगतिशील किसान ने तकनीक को हथियार बनाकर गन्ने की खेती में कामयाबी का डंका पूरे प्रदेश में बजा दिया है। राज्य स्तरीय गन्ना प्रतियोगिता में किसान अनिल चंद पांडेय को दूसरा स्थान मिला है।

By Rafiya NazEdited By: Publish:Wed, 20 Oct 2021 01:35 PM (IST) Updated:Wed, 20 Oct 2021 05:48 PM (IST)
गोंडा के किसान ने तकनीक को बनाया हथियार, एक हेक्टेयर में 1662 क्विंटल गन्ने के साथ किया लहसुन का उत्‍पादन
गोंडा के किसान ने तकनीक को बनाया हथियार, सूबे में बजा दिया कामयाबी का डंका।

गोंडा, जागरण संवाददाता। खेती घाटे का सौदा का नहीं है। यदि खेती में तकनीक के साथ ही उन्नतिशील बीज का प्रयोग किया जाय तो न सिर्फ उत्पादन बढ़ेगा बल्कि, कमाई भी दोगुनी हो जाएगी। जिले के एक प्रगतिशील किसान ने तकनीक को हथियार बनाकर गन्ने की खेती में कामयाबी का डंका पूरे प्रदेश में बजा दिया है। राज्य स्तरीय गन्ना प्रतियोगिता में किसान अनिल चंद पांडेय को दूसरा स्थान मिला है। उन्होंने एक हेक्टेयर में 1662 क्विंटल गन्ने की पेड़ी का उत्पादन किया है।

गन्ने के साथ तैयार किया 150 क्विंटल लहसुन: गोंडा में रुपईडीह के पूरे चैनकुवंरि गांव निवासी किसान अनिलचंद पांडेय पॉलीटेक्निक पास हैं। वह आधुनिक ढंग से गन्ने की खेती करते हैं। उन्होंने वर्ष 2020-21 में राज्य स्तरीय गन्ना प्रतियोगिता में प्रतिभाग किया था। किसान ने बताया कि उन्होंने ट्रेंच विधि से सीओ.0118 नामक गन्ने के बीज की बोआई की थी। इसके साथ ही सहफसली के रूप में लहसुन बोया गया था। समय से खाद-पानी देने के साथ ही फसल की निगरानी की गई। एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में 1662 क्विंटल गन्ने की पेड़ी उत्पादन हुआ और करीब 150 क्विंटल लहसुन भी मिला। उन्होंने बताया कि गन्ने के साथ आलू, प्याज व लहसुन की खेती सबसे ज्यादा फायदेमंद है।

पुरस्कार के लिए किस जिले के किसान हुए चयनित: राज्य स्तरीय गन्ना प्रतियोगिता 2020-21 के परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। आयुक्त गन्ना एवं चीनी उद्योग संजय आर. भूसरेड्डी ने अलग-अलग परिणाम जारी किए हैं। गन्ने के शीघ्र पौधा उत्पादन में बिजनौर के सुभाषचंद को प्रथम, लखीमपुरखीरी की राजेंद्री देवी को द्वितीय व अचल कुमार को तृतीय स्थान मिला है। पेड़ी उत्पादन में लखीमीपुरखीरी के पलविंदर सिंह को प्रथम, गोंडा के अनिल चंद पांडेय द्वितीय व बिजनौर के प्रीतम तीसरे स्थान पर रहे। सामान्य पौधा संवर्ग में शामली के अश्वनी को प्रथम व मेरठ के अमित कुमार दूसरा स्थान मिला। ड्रिप विधि से सिंचाई करके गन्ने का उत्पादन करने वाले शामली के योगेंद्र व मेरठ के सुबोध काे प्रोत्साहन पुरस्कार मिलेगा।

गोंडा जिला गन्ना अधिकारी ओपी सिंह ने बताया कि राज्य स्तरीय गन्ना प्रतियोगिता में लगातार दूसरे वर्ष भी गोंडा ने अपनी कामयाबी का डंका बजाया है। प्रगतिशील किसान अनिल चंद पांडेय को पेड़ी उत्पादन में प्रदेश में दूसरा स्थान मिला है। ये जिले के लिए गौरव की बात है।

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