लखनऊ में दिव्यांगों के लिए नौकरी का सुनहरा अवसर, कल लगेगा विशेष रोजगार मेला; जानें-क्या है योग्यता

यदि आप दिव्यांग हैं और नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। क्षेत्रीय पुनर्वास केंद्र परिसर में दिव्यांगों के लिए विशेष रोजगार मेला लगेगा। 18 से 35 वर्ष के हाई स्कूल से लेकर स्नातक पास दिव्यांग रोजगार मेले में हिस्सा ले सकते हैं ।

By Vikas MishraEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 10:55 AM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 02:31 PM (IST)
लखनऊ में दिव्यांगों के लिए नौकरी का सुनहरा अवसर, कल लगेगा विशेष रोजगार मेला; जानें-क्या है योग्यता
कोई भी दिव्यांग अपने संबंधित दस्तावेजों के साथ रोजगार मेले में हिस्सा ले सकता है।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। यदि आप दिव्यांग हैं और नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है। मोहान रोड स्थित क्षेत्रीय पुनर्वास केंद्र परिसर में गुरुवार को दिव्यांगों के लिए विशेष रोजगार मेला लगेगा। 18 से 35 वर्ष के हाई स्कूल से लेकर स्नातक पास दिव्यांग रोजगार मेले में हिस्सा ले सकते हैं। सौभाग्य फाउंडेशन के सहयोग से एक दर्जन से अधिक कंपनियां युवाओं को रोजगार देंगी। फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष अमित मेहरोत्रा ने बताया सुबह 10 बजे से लगने वाले मेले में 500 से अधिक दिव्यांगों को आने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री कौशल मिशन निगम के सहयोग से लगने वाले इस मेले में दिव्यांगता के अनुरूप रोजगार देने का प्रयास किया जाएगा। दिव्यांगता के अनुरूप महिला अभ्यर्थियों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। कोई भी दिव्यांग अपने संबंधित दस्तावेजों के साथ मेले में हिस्सा ले सकता है।

मेले में शामिल होने के लिए किसी प्रकार कान कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। दिव्यांगों को अपने मूल दस्तावेजों के साथ आना होगा।फाउंडेशन की सचिव पूजा मेहरोत्रा ने बताया कि बड़ी नगर स्थित प्रशिक्षण केंद्र में युवाओं को पढ़ाई में परेशानी न हो, इसके लिए पांच बैच बनाए गए हैं। कोरोना जैसी महामारी में सरकार की ओर से उनकी सेवाएं तो ली ही जाएंगी साथ ट्रेनिंग के बाद युवाओं को अस्पतालाें में नौकरी अवसर भी दिया जाएगा। प्रशिक्षण के लिए कोई भी युवा अपने नजदीकी कौशल विकास केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।

तीन से छह महीने के निश्शुल्क प्रशिक्षण के उपरांत मिलने वाले प्रमाण पत्र से आप कहीं भी नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। उप्र कौशल विकास मिशन की ओर से सरकार की मंशा के सापेक्ष ऐसे युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसकी शुरुआत हो चुकी है। कौशल विकास योजना के मानकों के अनुरूप प्रशिक्षण पाने वाले युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी। कोई भी युवा प्रशिक्षण लेकर अपनी योग्यता को बढ़ा सकता है और समाज में महामारी जैसी आपदाओं में अपनी सेवाएं दे सकता है। राजकीय आइटीआइ में भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

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