यूपी के हर विधानसभा क्षेत्र तक पहुंची उपहारों की पोटली, नौ मेडिकल कालेज के बाद पर्यटन स्थलों का होगा लोकार्पण
एक जिला एक मेडिकल कालेज योजना से सीएम योगी आदित्यनाथ सबका साथ सबका विकास का संदेश देना चाहते हैं। इसी तरह सरकार के उपहारों की पोटली हर विधानसभा क्षेत्र तक पहुंच चुकी है। हर विधानसभा क्षेत्र में एक पर्यटन स्थल के रूप में जल्द पोटली खुलने जा रही है।
लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर से विभिन्न जिलों के नौ मेडिकल कालेजों का लोकार्पण किया। उत्तर प्रदेश सरकार का संकल्प है कि राज्य के हर जिले में मेडिकल कालेज होगा। एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना के बाद एक जिला, एक मेडिकल कालेज योजना से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सबका साथ, सबका विकास का संदेश देना चाहते हैं। इसी तरह यूपी सरकार के उपहारों की पोटली हर विधानसभा क्षेत्र तक पहुंच चुकी है। अब हर विधानसभा क्षेत्र में एक पर्यटन स्थल के रूप में जल्द पोटली खुलने जा रही है।
विपक्षी दलों पर विकास में भेदभाव का आरोप लगाने वाली भाजपा सरकार क्षेत्रीय संतुलन साधने की भी पूरी कोशिश की है। तुलनात्मक रूप से पिछड़े रहे पूर्वांचल और बुंदेलखंड को एक्सप्रेस-वे देने के साथ ही पानी की पाइप लाइन भी पहुंचाई। एक जिला एक उत्पाद योजना हर जिले के पारंपरिक उत्पाद को बढ़ावा देने के लिए थी तो एक जिला एक मेडिकल कालेज की घोषणा सभी जगह स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के मकसद से की। बिना भेदभाव के विकास कराने का संदेश देने के लिए ऐसी ही एक योजना पर तेजी से काम चल रहा है।
करीब दो वर्ष पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पर्यटन संवर्धन योजना शुरू की। पर्यटन विभाग ने सभी विधायकों को पत्र लिखकर प्रस्ताव मांगा कि वह अपने क्षेत्र के किस पर्यटन स्थल का विकास कराना चाहते हैं। प्रस्ताव आना शुरू ही हुए थे कि कोरोना की महामारी आने की वजह से प्रक्रिया सुस्त पड़ गई। कोविड की पहली लहर थमने के बाद फिर इस पर काम शुरू हुआ, जिसने दूसरी लहर का असर कम होने के बाद रफ्तार पकड़ ली।
विभागीय अधिकारियों ने बताया कि 384 प्रस्ताव स्वीकृत हो चुके हैं। इतने विधानसभा क्षेत्रों में एक-एक पर्यटन स्थल पर विकास कार्य चल रहे हैं, जो एक या दो माह में पूरे होने की उम्मीद है। वहीं, 19 प्रस्ताव बाद में आए थे। वह शासन में भेजे गए हैं। स्वीकृति मिलते ही उन पर भी काम शुरू होगा। प्रयास यही है कि चुनाव से पहले हर विधानसभा क्षेत्र के पर्यटन स्थल का विकास करा दिया जाए। यह योजना पूरी होने के बाद सरकार चुनावी मंच से हर विधायक के क्षेत्र में काम कराने का दावा कर सकेगी। क्षेत्रीय जुड़ाव भी बढ़ाना चाहेगी।