युवतियों को आकर्षित करने के ल‍िए बना फर्जी सैन्य अफसर, सेना की खुफिया इकाई ने लखनऊ से दबोचा

सेना की खुफिया इकाई की टीम का सामना सौरव से हो गया। पूछने पर सौरव खुद को भारतीय सेना का अफसर बताने लगा लेकिन एनडीए बैच यूनिट नंबर और अपने कमांडिंग अफसर व यूनिट की लोकेशन जैसी जानकारी वह नहीं दे सका।

By Anurag GuptaEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 07:35 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 08:06 AM (IST)
युवतियों को आकर्षित करने के ल‍िए बना फर्जी सैन्य अफसर, सेना की खुफिया इकाई ने लखनऊ से दबोचा
पैराशूट रेजीमेंट का खुद को बताता था कमांडो।

लखनऊ, [न‍िशांत यादव]। शादी शुदा होने के बावजूद कई लड़कियों को अपने जाल में फंसाने के लिए सेना में खुद को अफसर बताने वाला जालसाज चारबाग स्टेशन से पकड़ा गया। सेना की खुफिया इकाई और सेंट्रल मिलिट्री पुलिस (सीएमपी) ने वर्दी में घूम रहे जालसाज को पकड़ा। उसके पास पैरा कमांडो के बैज व कई फर्जी दस्तावेज मिले हैं। गौतम बुद्ध नगर के सेक्टर चार का रहने वाला सौरव सिंह चारबाग रेलवे स्टेशन के एमसीओ आफिस के सामने घूम रहा था। सेना के अफसर की वर्दी पहने सौरव सिंह ने पैरा कमांडो के बैज, सीने पर कई मेडल, लाल टोपी के साथ कंधे पर लेफ्टिनेंट के स्टार लगा रखे थे।

इस बीच सेना की खुफिया इकाई की टीम का सामना सौरव से हो गया। पूछने पर सौरव खुद को भारतीय सेना का अफसर बताने लगा लेकिन एनडीए बैच, यूनिट नंबर और अपने कमांडिंग अफसर व यूनिट की लोकेशन जैसी जानकारी वह नहीं दे सका। शक होने पर खुफिया इकाई ने मिलिट्री पुलिस को भी पूछताछ के लिए बुलाया। सौरव के मोबाइल फोन और उसके बैग को खंगाला गया। मोबाइल में उसकी सौरव ठाकुर के नाम पर बनी फेसबुक आइडी मिली। जिसमें उसने खुद को पैरा स्पेशल फोर्स का कमांडो बताते हुए अपनी लोकेशन आगरा दर्ज किया। वैवाहिक वेबसाइटों पर उसने खुद को आर्मी अफसर बताते हुए बायोडाटा भी अपलोड किया। मध्य कमान की ओर से पैराशूट रेजीमेंट की डेल्टा टीम में 19 फरवरी 2021 तक ज्वाइन करने का एक फर्जी आदेश पत्र भी बनाया है। 

राष्ट्रपति से मेडल लेने की फोटो भी बनायी

जालसाज ने अदम्य साहस के लिए पैरा कमांडो को दिए जाने वाले वीरता पदक की एक फोटो भी तैयार की। उसने किसी जांबाज की जगह अपनी फोटो को फोटो शॉप से बनाया। इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविद से खुद को मेडल प्राप्त करते हुए फर्जी फोटो तैयार कर ली। 

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