लखनऊ: निवेश के नाम पर ठगी, सात माह बाद दर्ज हुई एफआइआर
लखनऊ में टूर एंड ट्रैवेल संचालक से प्रापर्टी डीलर ने 31 लाख रुपये की ठगी की मुनाफे का लालच देकर पांच लाख रुपये का करवाया निवेश। पैसे मांगने पर शुरू किया टालमटोल एसीपी कैंट से की शिकायत सात माह बाद दर्ज हुई एफआइआर।
लखनऊ, जेएनएन। निवेश के नाम पर टूर एंड ट्रैवेल संचालक से प्रॉपर्टी डीलर ने 31 लाख रुपये हड़प लिए। सेक्टर आइ आशियाना निवासी महेंद्र सिंह के मुताबिक उनके पूर्व परिचित अभिषेक द्विवेदी ने वर्ष 2018 में मकान का निचला हिस्सा किराए पर लिया था। आरोप है कि अभिषेक व दामोदर ने बिग सिटी ग्रीन रेजीडेंसी प्राइवेट लिमिटेड नाम से फर्म की शाखा उनके घर में खोली थी।
आरोपितों ने मुनाफे का लालच देकर महेंद्र सिंह से पांच लाख आठ हजार रुपये निवेश कराए। यही नहीं फर्म में एकाउंटेंट के पद पर कार्यरत काजोल तिवारी ने भी झांसे में लेकर 19 लाख 52 हजार और नैंसी तिवारी ने तीन लाख रुपये हड़प लिए। पीड़ित ने जब रुपये वापस मांगे तो आरोपित टालमटोल करने लगे। यही नहीं मकान का किराया भी नहीं दिया। आरोप है कि विभिन्न मदों में आरोपितों ने उनसे रुपये लिए थे। कई बार कहने के बावजूद जब आरोपितों ने रुपये वापस नहीं किए तो पीड़ित ने एसीपी कैंट से शिकायत की। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने सात माह बाद एफआइआइ दर्ज की है। पुलिस के मुताबिक तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर छानबीन की जा रही है।
साइबर जालसाजों ने चार के खातों से निकाले रुपये
साइबर अपराधियों ने चार लोगों के खाते से एक लाख पांच हजार रुपये निकाल लिए। छोटा भरवारा गोमती नगर निवासी ज्ञान रंजन सिन्हा के मुताबिक 18 सितंबर को उन्होंने फोन पर यूपीआइ से फास्ट टैग का रिचार्ज किया था, लेकिन पेमेंट नहीं हुआ।इस पर पीड़ित ने कस्टमर केयर नंबर पर संपर्क किया। खुद को कस्टमर केयर का कर्मचारी बताकर जालसाज ने ज्ञान रंजन को एनीडेस्क एप डाउनलोड कराया और खाते से 50 हजार रुपये पार कर दिए। वहीं, तकरोही इंदिरानगर निवासी अशोक कुमार श्रीवास्तव के एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर ठगों ने 10 हजार, स्नेहनगर कृष्णानगर निवासी सुनीति के खाते से तीन बार में 25 हजार और सरदारी खेड़ा निवासी सतनाम सिंह के खाते से 20 हजार रुपये निकाल लिए। पीड़ितों ने एफआइआइ दर्ज कराकर कार्यवाही की मांग की है।