अयोध्या में बनाते थे जाली नोट, पांच जिलों में होती थी सप्लाई; बाराबंकी में नोट बदलने आए चार तस्कर गिरफ्तार
आरोपितों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि अयोध्या के पटरंगा थाना के शिवशंकर वर्मा दिवाली चौराहा पर जनसेवा केंद्र चलाता है। लैपटाप में लगे स्कैनर से असली भारतीय मुद्रा की 500 और 2000 रुपये की नोट को स्कैन कर लेते थे।
बाराबंकी, संवादसूत्र। अयोध्या में जाली नोट बनाकर बाराबंकी, सुलतानपुर, अमेठी, रायबरेली, लखनऊ और अयोध्या में सप्लाई की जाती थी। जाली नोट बनाने वाले गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर पुलिस ने दो लाख 11 हजार रुपये जाली नोट बरामद किए हैं। पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद ने पुलिस लाइन में यह जानकारी देते हुए बताया कि सतरिख पुलिस ने बीजेमऊ नहर पुलिया के पास ग्राम गोकुलपुर से चार तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि अयोध्या के पटरंगा थाना के शिवशंकर वर्मा दिवाली चौराहा पर जनसेवा केंद्र चलाता है। लैपटाप में लगे स्कैनर से असली भारतीय मुद्रा की 500 व 2000 रुपये की नोट को स्कैन कर लेते हैं।
लैपटाप में अपलोड साफ्टवेयर के माध्यम से असली भारतीय मुद्रा की तरह ही नकली नोट का प्रिंट करके नकली नोटों को निकाल लेते थे। सौरभ तिवारी व रितिक 500 व 2000 रुपये के नकली नोटों को मार्केट में खपाते थे। तीस हजार नकली नोटों के बदले 10 हजार रुपये लेते थे। यह अयोध्या, बाराबंकी, लखनऊ, अमेठी, सुलतानपुर आदि जनपदों में सप्लाई करते थे।
यह पकड़े गए आरोपित : लखनऊ के आलमबाग के मकान नंबर 569च/104क/10 प्रेमनगर के बीएससी पास सौरभ तिवारी, अयोध्या के रुदौली थाना के ग्राम सूजागंज के शिवशंकर वर्मा, थाना पटरंगा के ग्राम सुलेमानपुर के मो. अलीम क्रमश: इंटर और आइटीआइ कर चुके हैं। इनके अलावा के सूजागंज के रितिक मिश्रा को भी पुलिस ने पकड़ा है।
यह बरामद हुआ सामान : गिरोह के सदस्यों के पास से दो लाख 11 हजार जाली नोट, लैपटाप, चार्जर, माऊस, की-बोर्ड, प्रिंटर स्कैनर, चार मोबाइल, सादा कागज, दो बाइक बरामद हुए।
पुलिस टीम का रहा सहयोग : प्रभारी निरीक्षक बृजेश कुमार, उपनिरीक्षक पशुपति नाथ तिवारी, हरिश्चंद्र यादव, बृजनाथ द्विवेदी, सूरज जायसवाल, पुष्पेंद्र सिंह, यादवेंद्र ने गिरोह के सदस्यों को पकड़ा था।