योगी आदित्यनाथ सरकार के साढ़े चार वर्ष, सात अक्टूबर तक होगा विकासोत्सव का आयोजन
Four and Half Year Term of Yogi Adityanath Governemnt योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रदेश को जिस विकास की राह पर ले जाने का प्रयास किया उसी का सात अक्टूबर तक सरकार उत्सव मनाएगी। इसको सरकार ने विकासोत्सव नाम दिया है।
लखनऊ, जेएनएन। Four and Half Year Term of Yogi Adityanath Governemnt:उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार आज यानी 19 सितंबर को अपने कार्यकाल के साढ़े चार वर्ष पूरे कर रही है। योगी आदित्यनाथ ने 19 मार्च 2017 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद प्रदेश को जिस विकास की राह पर ले जाने का प्रयास किया, उसी का सात अक्टूबर तक सरकार उत्सव मनाएगी। इसको सरकार ने विकासोत्सव नाम दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार ने आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश की नींव तैयार करने का दावा किया है। सरकार का मानना है कि पिछड़ा उत्तर प्रदेश की पहचान छोड़ सक्षम और समर्थ उत्तर प्रदेश उभरा है। सरकार के इस विकासोत्सव के अंतर्गत लखनऊ सहित प्रदेश भर में आज से सात अक्टूबर तक विविध आयोजन होंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार ने आज यानी 19 सितंबर को अपना साढ़े चार वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है। वर्षगांठ के विशेष मौके पर रविवार को लोकभवन में भव्य समारोह आयोजित किया गया है, जहां मंत्रिपरिषद के सहयोगियों के साथ सीएम योगी सरकार की अब तक की यात्रा पर चर्चा करेंगे। 54 माह पूरे होने पर लखनऊ की तर्ज पर सभी जिलों में कार्यक्रम आयोजित होंगे।
विकास के पैमाने पर समग्रता से देखें तो इन साढ़े चार वर्षों में राष्ट्रीय पटल पर एक नया सक्षम और समर्थ उत्तर प्रदेश उभर कर आया है। चार वर्ष पहले तक देश की सबसे बड़ी आबादी होने के बाद भी बीमारू की छवि के साथ देश में पांचवे नम्बर की अर्थव्यवस्था होने का दंश झेलने वाला उत्तर प्रदेश लगातार प्रयासों से अब दूसरे नम्बर की अर्थव्यवस्था बनकर सामने आया है। साढ़े चार वर्ष में साढ़े चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी मिली तो एंटी रोमियो स्क्वाड से मिशन शक्ति तक की कोशिशों से महिलाएं सुरक्षित, सम्मानित हैं और स्वावलम्बन की मिसाल बन रही हैं।
उत्तर प्रदेश में 2017 तक बेरोजगारी दर 17 फीसदी तक थी जबकि आज चार फीसदी है। उत्तर प्रदेश ने सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व 19 माह के कोविड काल का सामना जिस ढंग से किया, उसकी सराहना विश्व स्वास्थ्य संगठन जैसे अंतरराष्ट्रीय प्लेटफार्म पर हो रही है।
डबल इंजन की सरकार, विकास की बढ़ी रफ्तार
केन्द्र और उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार होने का सीधा फायदा आमजन को मिला है। 2017 में योगी आदित्यनाथ सरकार के गठन के बाद केन्द्र सरकार के साथ राज्य सरकार की शानदार बॉन्डिंग देखने को मिली। अब पीएम किसान योजना हो या फिर स्वच्छ भारत मिशन, उज्ज्वला और उजाला योजना हो अथवा खाद्यान्न उत्पादन, उत्तर प्रदेश सभी में शीर्ष स्थान पर है। गन्ना मूल्य भुगतान में उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में भी बेहद शानदार काम किया। प्रदेश में इस दौरान न केवल नई चीनी मिलें खुलीं, बल्कि पुरानी की क्षमता वृद्धि भी की गई। गन्ना किसानों को अब तक 1.44 लाख करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।
चार साल में एक भी दंगा नहीं
कानून-व्यवस्था को शीर्ष वरीयता पर रखकर अपना काम शुरू करने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपराध के साथ माफिया तथा गंडों पर नकेल कसी। आए दिन साम्प्रदायिक दंगों की चपेट में रहने वाले उत्तर प्रदेश के लिए साढ़े चार वर्षों में एक बड़ी उपलब्धि दंगा मुक्त उत्तर प्रदेश की कल्पना को साकार करना रहा। सीएम योगी आदित्यनाथ की अपराध और सभी अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का ही नतीजा है कि अलग-अलग मौकों पर विपक्षी दल भी उत्तर प्रदेश की चुस्त-दुरुस्त कानून व्यवस्था की सराहना करते रहे हैं। बीते 54 महीनों में एक भी साम्प्रदायिक दंगा नहीं हुआ। नतीजा ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में यूपी नम्बर दूसरे पर है और निवेशकों का भरोसा बढ़ा। बीते साढ़े चार वर्षों में विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे, बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे और गंगा एक्सप्रेस-वे जैसी दूरगामी परिणामदायक परियोजनाओं के माध्यम से हाईस्पीड कनेक्टिविटी के एक नए युग का प्रारंभ हुआ है। जेवर, कुशीनगर और अयोध्या में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का चल रहा निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है। यह सब, दुनिया के मानचित्र पर उत्तर प्रदेश को नई पहचान दिलाने वाले हैं।