बहराइच में धरने पर बैठीं पूर्व सांसद सावित्रीबाई फूले, कहा- भाजपा सरकार में बढ़ गए अपराध
बहराइच की पूर्व सांसद व कांशीराम बहुजन मूल निवासी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सावित्रीबाई फूले भी प्रधान के स्वजन के साथ एसपी कार्यालय के बगल शहीद स्मारक पर धरने पर बैठ गई हैं। वह एसपी के धरनास्थल आकर मांग को पूरा करने का वादा करने की जिद पर अड़ीं हैं।
बहराइच, संवादसूत्र। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती के ट्वीट के बाद से जरवलरोड थाना क्षेत्र के करनाई गांव में अनुसूचित जाति के ग्राम प्रधान हत्याकांड का मामला सुर्खियों में है। इस मामले में अनुसूचित राजनीति की एक और अलंबरदार मैदान में कूद पड़ी हैं। बुधवार को बहराइच की पूर्व सांसद व कांशीराम बहुजन मूल निवासी पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सावित्रीबाई फूले भी प्रधान के स्वजन के साथ एसपी कार्यालय के बगल शहीद स्मारक पर धरने पर बैठ गई हैं। वह पुलिस अधीक्षक के धरनास्थल आकर मांग को पूरा करने का वादा करने की जिद पर अड़ी हुई हैं।
सावित्रीबाई फूले ने प्रदेश सरकार व पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते कहा कि जब से भाजपा सत्ता में आई है, तब से जघन्य अपराध बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि 17 जून 2021 को थाना जरवलरोड के ग्राम करनई के नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान द्वारका प्रसाद राव को अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर घायल कर दिया था, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसका अपरध सिर्फ इतना ही था कि वह सामान्य सीट पर प्रधान निर्वचित हुआ था।
सावित्रीबाई फूले ने आरोप लगाया है कि इस मामले में पुलिस कोई कार्रवाई न कर स्वजन को ही धमका रही है। उन्होंने पयागपुर के धर्मेश चौधरी हत्याकांड में भी निष्पक्ष जांच की मांग की। पूर्व सांसद फखरपुर में हुए दो लड़कियों के ब्लात्कार के मामले पुलिस की हीलाहवाली के पीछे सत्ता का दबाव करार दिया। धरना स्थल पर पूर्व सांसद को समझाने पहुंचे सीओ सिटी वीके द्विवेदी को बैरंग लौटना पड़ा। सांसद ने उनकी एक न सुनी और एसपी के मौके पर आकर मामले में पुलिस की अब तक की कार्रवाई के बारे में बताने को कहा। फिलहाल सावित्रीबाई फूले सांसद कार्यकर्ताओं व पीडि़त प्रधान के स्वजनों के साथ धरने पर बैठी हैं और लगातार पुलिस अधीक्षक के आने की मांग कर रही हैं।